असम के जोरहाट जिले में पुलिस ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ सोशल नेटवर्किं ग साइट पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर गिरफ्तार कर लिया। जोरहाट पुलिस अधीक्षक पी.के भुइयां ने सोमवार को कहा कि पंकज मिश्रा को बटालियन कमांडर बी. बेहरा द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर रोहरिया के सीआरपीएफ कैंप से गिरफ्तार कर लिया गया।
भुइयां ने कहा कि पंकज के खिलाफ आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि मिश्रा को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बिहार के रहने वाले पंकज ने केवल मोदी और राजनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी ही नहीं की थी, बल्कि सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारियों पर जवानों से अपने निजी काम करवाने का भी आरोप लगाया था। सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट के वायरल होने के बाद पंकज को निलंबित कर दिया गया।
बता दें कि गुजरात पुलिस के एक कॉन्स्टेबल को भी व्हाट्सएप पर पीएम मोदी की आलोचना करने के लिए निलंबित किया गया है। पीटीआई के अनुसार, रमेश शिंदे नामक पुलिसकर्मी ने एक पोस्ट में मोदी की निंदा की थी। जिसके बाद अहमदाबाद पुलिस की साइबर सेल की जांच के बाद शिंदे को निलंबित कर दिया गया।
पिछले सप्ताह खुद को सैनिक बताने वाले शख्स ने फेसबुक वीडियो में कहा था कि वह इस बार बीजेपी को जीतने नहीं देगा। यूपी में अलीगढ़ में जून महीने में पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की छवि खराब करने वाली तस्वीर पोस्ट करने के मामले में बसपा के स्थानीय नेता समेत दो को गिरफ्तार किया गया था।
जून में ही, सपा विधायक हाजी फहीम के फेसबुक पोस्ट पर पीएम मोदी और योगी पर अभद्र टिप्पणी करने पर बीजेपी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया था।