खलनायिकी की दुनिया के मशहूर एक्टर प्रकाश राज ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता है कि सिनेमा हॉल में किसी को अपनी देशभक्ति साबित करनी चाहिए। बैंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं समझता हूं कि किसी को सिनेमा हॉल में खड़ा होना चाहिए और उसे अपनी देशभक्ति दुनिया को दिखानी चाहिए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देशभर के सिनेमा हॉल में मूवी शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है। इस आदेश कई लोगों ने अलग अलग प्रतिक्रिया दी है। अभिनेता प्रकाश राज हाल के दिनों में नरेंद्र मोदी सरकार के कई फैसलों की आलोचना कर चुके हैं। उन्होंने नोटबंदी के लिए मोदी सरकार पर हमला किया था और कहा था कि क्या पीएम अपने इस कदम के लिए देश से माफी मांगने को तैयार है।
तब अपने निगेटिव करिदारों से फिल्मी पर्दे पर खौफ पैदा करने वाले इस कलाकार ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था, ‘अमीरों को अपना कालाधन बदलने का तरीका मिल गया। लेकिन इस नोटबंदी ने लाखों लोगों को मजबूर बना दिया। प्रकाश राज ने नोटबंदी को पीएम के समय की सबसे बड़ी गलती करार दिया और कहा, ‘असंगठित क्षेत्र के लोग बेरोजगार हो गए। क्या पीएम मोदी अपने समय की सबसे बड़ी गलती के लिए माफी मागेंगे। मैं सिर्फ पूछ रहा हूं।’ हालांकि प्रकाश राज ये भी कह चुके हैं कि वे एंटी मोदी नहीं है लेकिन सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगे चाहे अंजाम कुछ भी हो।
प्रकाश राज ने इन अफवाहों को भी खारिज किया कि वे जल्द ही किसी राजनीतिक दल को ज्वाइन करने जा रहे हैं। बैंगलुरु में उन्होंने कहा, ‘मुझे ये पसंद नहीं है कि कलाकार राजनीति में आएं क्योंकि वे एक्टर्स हैं और उनके फैंस हैं।’ प्रकाश राज ने कहा कि हमारे देश में फिल्म कलाकारों का नेता बनना बेहद खराब अनुभव रहा है। प्रकाश राज ने कहा कि एक्टर्स को राजनीति से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकप्रिय कलाकारों का अपने फैन्स के प्रति कुछ दायित्व होता है उन्हें इस दायित्व के प्रति जागरूक रहना चाहिए।