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64 वर्ग फुट के ऑफिस से की शुरुआत आज कमाते हैं 6 करोड़ प्रति माह

Starting from 64 sq ft office today earns 60 million per month

सभी के जेहन में कहीं न कहीं कुछ अलग करने की ख्वाहिश होती है। कुछ लोगों की यह ख्वाहिश पूरी होती है, तो कुछ की अधूरी रह जाती है। बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले पुर्णेन्दु शेखर ऐसे ही शख्स हैं जिन्होंने 22 साल नौकरी करने के बाद खुद का बिजनेस शुरू करने के सपने को साकार किया। उन्होंने ना सिर्फ बिजनेस की शुरुआत की, बल्कि आज वो हर महीने 5.6 करोड़ रुपए की कमाई भी कर रहे हैं। 42 वर्षीय पुर्णेन्दु ने मनीभास्कर को बताया कि साल 1995 में 22 साल की उम्र में वह शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से जुड़े। यह एक साल का ट्रेनिंग प्रोग्राम था और इसके लिए 40,000 रुपए स्टाइपिन्ड मिला था। इसके बाद मैंने काफी मेहनत की। साल के 12 महीने मैंने शिप पर काम किया। यह सिलसिला 2003 तक जारी रहा। लेकिन खुद का अपना बिजनेस शुरू करने की चाहत थी। इस वजह मई 2016 में उन्होंने अपनी अच्छी खासी नौकरी को अलविदा कह दिया और फिर दिसंबर 2016 में कोगोपोर्ट की शुरुआत की। कोगोपोर्ट एक लॉजिस्टिक्स कंपनी है जो बड़ी कंपनियों के गुड्स को एक स्थान से दूसरे स्थान पर उचित दाम में ट्रांसपोर्ट करती है। कोगोपोर्ट की शुरुआत उन्होंने अकेले एक 8 फुट बाई 8 फुट के ऑफिस में की।

पुर्णेन्दु ने बताया कि 2003 में उनकी शादी हो गई। शादी के बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर एमबीए करने की सोची। एमबीए करने के लिए उन्होंने बैंक से 15 लाख रुपए का स्टडी लोन लिया। फिर सिंगापुर से एसपी जैन इंस्टीट्यूट से एमबीए किया। उनकी पत्नी भारत में एक फार्मा कंपनी में नौकरी कर रही थी। एमबीए करने के बाद जब भारत लौटा तो उन्होंने डैमको शिपिंग कंपनी में रिजनल सेल्स हेथ पोस्ट पर नौकरी शुरू की। यहां 2007-2014 तक नौकरी की और डायरेक्टर ऑफ साउथ एशिया कमर्शियल के पोस्ट से इस्तीफा दिया। कोगोपोर्ट के लिए उन्होंने 10 लाख डॉलर सिंगापुर से जुटाए।

ऑनलाइन कार्गो लॉजिस्टिक प्लेटफॉर्म
कोगोपोर्ट एक ऑनलाइन कार्गो लॉजिस्टिक प्लेटफॉर्म है। कंपनी अपनी वेबसाइट पर रेल, शिप, जहाज या रोड से होने वाली माल ढुलाई का बेस्ट रेट प्रोवाइड करती है। इसके साथ ही कंपनी कार्गो के शिपमेंट के लिए शुरुआत से अंत तक काम करती है, वो भी बेस्ट रेट में। कंपनी के पास फिलहाल 2000 रजिस्टर्ड क्लाइंट हैं और रोजाना औसतन 10 कंपनियों इससे जुड़ रही हैं। इस समय कंपनी के सात ऑफिस में 50 लोग काम कर रहे हैं। पुर्णेन्दु का लक्ष्य 2018 के अंत तक 10 करोड़ डॉलर (680 करोड़ रुपए) टर्नओवर हासिल करना है।

10 से 15% दर से ग्रो कर रहा है कोगोपोर्ट
कोगोपोर्ट 10 से 15 फीसदी की दर से ग्रोथ कर रहा है। पहले साल कंपनी का टर्नओवर 1 करोड़ डॉलर यानी 68 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने इस दौरान 9000 कंटेनर्स शिप्ड किए और 2500 ट्रक ट्रांसफर किए हैं।

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