दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के एक सीवर की सफाई करने के दौरान एक कर्मचारी की मौत हो चुकी है। यह घटना रविवार की है। इस घटना में तीन अन्य कर्मचारियों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। फिलहाल इन कर्मचारियों की पहचान नहीं हो पाई है। इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने घटनास्थल की जांच शुरु कर दी है। दिल्ली अग्निशमन विभाग (डीएफएस) के अनुसार, ऋषि पाल (40), बिशन (30), किरन पाल (25) और सुमित (30) लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में सीवर की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए। डीएफएस के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “ऋषि पाल की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य का इलाज चल रहा है।”
दिल्ली में एक महीने के भीतर सीवर में सफाई करने के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से अब तक चार कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। अस्पताल का सीवर साफ करते हुए हुई कर्मचारी की मौत से पहले आनंद विहार इलाके में सफाई के लिए सीवर में उतरे तीन कर्मचारियों में से दो की मौत हो गई, जबकि एक बेहोश हो गया था। मृतक भाई हैं। इनकी पहचान 24 साल के जहांगीर और 22 साल के एजाज के रूप में हुई है। शाहदरा जिले की पुलिस उपायुक्त नूपुर प्रसाद ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके के एक शापिंग मॉल के सीवर की सफाई के लिए तीन सफाईकर्मी सीवर में उतरे थे। सीवर के अंदर जहरीली गैस की चपेट में आने से तीनों बेहोश हो गए। घटना की जानकारी तुरंत दिल्ली फायर सेवा को दी गई। फायर सेवा के कर्मचारी हवलदार महिपाल सीवर में उतरे और तीनों को बाहर निकालते समय खुद भी बेहोश हो गए।
सभी को बाहर निकालकर फौरन हेडगेवार अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने पिता-पुत्र को मृत घोषित कर दिया जबकि सफाईकर्मी यूसुफ और फायर सेवा के हवलदार महिपाल का इलाज चल रहा है। पुलिस ने धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यहां भी ठेकेदार ने सफाईकर्मियों को सुरक्षा उपकरणों के बिना ही सीवर में उतार दिया था जिससे यह हादसा हुआ।
दिल्ली सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एक महीने के भीतर दिल्ली में सीवर सफाई के दौरान सफाईकर्मियों की मौत का यह तीसरा मामला है। इससे पहले दक्षिणी दिल्ली के घिटोरनी इलाके में एक सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार सफाईकर्मी की मौत हो गई थी। वहीं लाजपत नगर में जल बोर्ड के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी