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सहारनपुर हिंसा: मायावती ने योगी सरकार की ‘खुफिया’ रिपोर्ट की खारिज

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जातीय हिंसा मामले में कथित तौर पर बीएसपी नेताओं (बहुजन समाज पार्टी) और पार्टी सुप्रीमो मायावती के भाई का सामने आया। इसे लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को सफाई देते हुए योगी सरकार की रिपोर्ट पर सवाल उठाया। खुफिया विभाग की रिपोर्ट झूठी करार देते हुए उन्होंने कहा कि खुद की कमियों को छिपाने के लिए यूपी सरकार ने गलत रिपोर्ट बनवायी। मायावती ने कहा, “मेरे भाई (आनंद कुमार) और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भीम आर्मी से कोई लेना-देना है। भीम आर्मी से बीएसपी नेताओं के संबंध होने की बात गलत है। पार्टी इस तरह के आरोपों को सिरे खारिज करती है।” मायावती ने आगे कहा कि सहारनुपर में बीएसपी के लोगों का मानना है कि भीम आर्मी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का ही प्रोडेक्ट है।

टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक सहारनपुर में हुई हिंसा और तनाव को लेकर यूपी की इंटेलिजेंस विभाग ने सीएम योगी आदित्य नाथ को रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मायावती के भाई आनंद कुमार भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर के संपर्क में थे। दोनों लोग किसी अन्य शख्स के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सहारनुपर में बवाल के बाद भी मायावती के भाई आनंद कुमार चंद्रशेखर के संपर्क में थे। भीम आर्मी और उसके मुखिया चंद्रशेखर पर सहानपुर में हिंसा भड़काने का आरोप है।

बता दें कि सहारनपुर में ठाकुरों और दलितों के बीच हुए संघर्ष के कारण तनाव व्याप्त है। 23 मई को मायावती जिले के शब्बीरपुर गांव के दौरे पर पहुंची थीं। जिसके बाद दलितों पर तलवार से हमला किया गया था। इसमें एक शख्स की मौत हो गई थी। इससे पहले ठाकुरों के करीब 10 घर जलाए जाने की भी खबर आई थी। राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के डीएम, एसएसपी और डीआईजी को हटा दिया था। इसके साथ ही तुंरत नए अधिकारियों की तैनाती करते हुए भारी सुरक्षा बलों को हिंसा वाले स्थानों पर तैनात किया गया था। हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने सहारनपुर में धारा-144 लागू कर दी और अफवाहों को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जातिगत हिंसा पर प्रदेश सरकार से गुरुवार को एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “हां, मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।” सहारनपुर के संभागीय आयुक्त एम. पी.अग्रवाल तथा पुलिस उप महानिरीक्षक जे. के. शाही का गुरुवार को तबादला कर दिया गया। इसके अलावा, दलितों व राजपूतों के बीच संघर्षो के बाद जिले में सोशल मीडिया पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा सहारनपुर के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निलंबित करने के एक दिन बाद ये तबादले किए गए हैं।

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