लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का कील-कांटा दुरुस्त करने के मकसद से तीन दिवसीय दौरे पर कल लखनऊ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। कल उन्होंने प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों को आईना दिखाया। उन्हें काम करने की नसीहत दी।
अमित शाह ने उन सभी से साफ कहा कि जिन्हें लग रहा है कि ज्यादा काम है, वह छुट्टी ले लें। मंत्री यह न सोचें कि सिर्फ पांच साल का कार्य है। अब तो उत्तर प्रदेश की कार्य संस्कृति बदलने के लिए सोचें। देश के नक्शे पर सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने के लिए सोचें और यह भी सोचें कि इस सरकार की सिल्वर जुबिली मनानी है। शाह ने यह भी कहा कि कार्यकर्ता का सम्मान होना चाहिए और उसे लगे कि यह सरकार हमारी है।
भाजपा मुख्यालय में कल शाम शाह प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डॉ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कई सांसदों ने मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। अमित शाह ने किसी का नाम नहीं लिया और न ही व्यक्तिगत रूप से किसी मंत्री पर निशाना साधा। पर प्रदेश के विकास की उन्होंने सामूहिक जिम्मेदारी तय की।
अमित शाह ने कहा कि विधानसभा चुनावों में मिली जीत कठिम परिश्रम का नतीजा है और ऐसे में हमारी कोशिश है कि केंद्र सरकार की उन तमाम योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाया जाए जो पिछली सरकार के दौरान अभी तक रुकी पड़ी थीं। प्रदेश सरकार बीपीएल कार्ड के सत्यापन का काम कर रही है और काम काफी हद तक पूरा कर लिया गया है। इससे उन तमाम लोगों को सरकारी राशन का लाभ मिल सकेगा जो इसके सही मायने में हकदार हैं।
उन्होंने संगठन के साथ समन्वय बनाने पर जोर दिया। शाह ने प्रभारी मंत्रियों के लिए जिलों के विकास कार्य और कार्यकर्ताओं के सम्मान का लक्ष्य भी सौंपा। उन्होंने कहा कि संगठन और सरकार के तालमेल से ही बेहतर परिणाम आएंगे। उन्होंने मंत्रियों को केंद्र व राज्य की योजनाओं को धरातल पर उतारने और इससे अंत्योदय के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया। विकास के साथ-साथ मंत्रियों को आदर्श आचरण अपनाने के लिए भी कहा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रभारी मंत्रियों को जिलों में विकास का जिम्मा दिया गया है ताकी तमाम योजनाओं की समीक्षा की जा सके।
शाह ने कहा कि हमारा बड़ा दायित्व उन 22 करोड़ लोगों की सेवा करने का है जिनकी मदद से हम उत्तर प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन कर पाए हैं। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ता हमारी ताकत हैं और कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही देश और प्रदेश में ये बड़ी विजय हासिल हुई है। सरकार और संगठन के बेहतर तालमेल के साथ ही हम केंद्र और राज्य सरकार की नीतियोँ और कामों को जन जन तक पहुंचाएंगे
दरअसल, अमित शाह इस बैठक के जरिए 2019 का लक्ष्य साधने का मंत्र दे रहे थे। उन्होंने बूथों तक जाकर मंत्रियों को काम करने की सलाह दी। समन्वय बनाने को कहा। इस क्लास में सब उन्हें सुन रहे थे। विपक्ष की भूमिका पर भी वह बोले। 325 विधायकों वाली सरकार में दंभ न आए इसलिए उन्होंने सचेत किया। उन्होंने कहा, यह न सोचिए कि विपक्ष कहीं नहीं है।
इतना सतर्क और जनता के प्रति समर्पित रहिए कि विपक्ष को मौका न मिले। उसे किसी भी तरह की ताकत न मिले। उन्होंने कहा कि 100 दिनों के बाद अब छह माह के कामकाज का लक्ष्य बनाएं। प्रभारी मंत्री जिलों में तैनात अफसरों की शिकायत तथ्यात्मक रूप से मुख्यमंत्री या संगठन महामंत्री को दें। बैठक के बाद अमित शाह ने मंत्रियों के साथ भोजन किया।
वह खुशनुमा माहौल में सबसे बातचीत करते रहे। कल की बैठक में प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद ओम माथुर, महासचिव डा. अनिल जैन व अरुण सिंह, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।