featuredदुनिया

हेलिकॉप्टरों के घुसने पर चीन ने दी सफाई, आतंकवाद के मुद्दे पर किया पाक का बचाव

चीन ने उत्तराखंड के चमोली जिले के बाराहोती क्षेत्र पर अपनी सेना पीएलए के हेलिकॉप्टरों के मंडराने का बचाव किया है। चीन ने कहा कि भारत और चीन का अपनी सीमा के पूर्वी भाग में क्षेत्रीय विवाद है और चीनी सेना संबंधित इलाकों में नियमित तौर पर गश्त लगाती है।  वहीं दूसरी ओर, चीन ने अपने चिर मित्र पाक का भी बचाव किया है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन से ठीक पहले चीन ने कहा कि आतंकवाद से पैदा हुए खतरे से सफलतापूर्वक निपटना किसी एक अकेले देश के लिए मुमकिन नहीं है।  पीएलए के हेलिकॉप्टरों के शनिवार को भारतीय वायुक्षेत्र में घुसने की रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर चीन-भारत सीमा के पूर्वी भाग में चीन और भारत का क्षेत्रीय विवाद है। हुआ ने कहा, ‘चीनी सेना सम्बद्ध इलाकों में नियमित तौर पर गश्त लगाती रहती है। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास करेंगे।’

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी आॅफ चाइना के दो हेलिकॉप्टर शनिवार को चमोली जिले में घुस आए थे, जिससे भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों में चिंता पैदा हो गई। इस साल मार्च तक भारतीय वायुक्षेत्र में पीएलए की यह चौथी घुसपैठ है। भारत में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेलिकॉप्टरों ने भारतीय सेना की तस्वीरें ली होंगी जो संभवत: जासूसी अभियान हो सकता है। हेलिकॉप्टर करीब पांच मिनट बाद चीन की ओर लौट गए। भारतीय वायु सेना घटना की जांच कर रही है। पहले कुछ मौकों पर भी चीनी हेलिकॉप्टर भारतीय क्षेत्र में 4.5 किलोमीटर तक घुस गए थे जिस पर चीन अपना दावा जताता है। इस सेक्टर में तीन सीमावर्ती चौकियों में से एक बाराहोती है जहां आइटीबीपी जवानों को जून 2000 में केंद्र सरकार की ओर से लिए गए एकपक्षीय फैसले के तहत हथियार ले जाने की अनुमति नहीं है और वे सादे कपड़ों में तैनात रहते हैं। साल 1958 में भारत और चीन ने 80 वर्ग किलोमीटर चारागाह क्षेत्र बाराहोती को विवादित इलाका घोषित किया था जहां दोनों में से कोई भी देश अपनी सेना नहीं भेजेगा। इधर,चीन के सहायक विदेश मंत्री ली हुइलाई ने काबुल में हुए हालिया विस्फोट के लिए पाक खुफिया एजंसी को जिम्मेदार ठहराए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल से बचते हुए कहा कि बेजिंग ने अफगानिस्तान, ब्रिटेन और फिलीपीन में हाल में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा की है।

उन्होंने कहा, ‘चीन ने आतंकवादी घटनाओं की निंदा की है और हमने आतंकवाद के सभी रूप का विरोध किया है।’ ली ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि फिलहाल आतंकवाद का विरोध करने के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच व्यापक आमराय है और सभी पक्षों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवाद से पैदा हुए खतरे से निपटना कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक पक्ष या एक देश अकेले ही सफलतापूर्वक कर सकता हो। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सहयोग करना चाहिए और आतंकवाद से संयुक्त रूप से निपटने के लिए काम करना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी एससीओ सम्मेलन से ठीक पहले आई है। एससीओ आतंकवाद पर एक संधि पर विचार कर रहा है। इस हफ्ते अस्ताना में होने वाले एससीओ सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को इसमें नए सदस्य के तौर पर शामिल किया जाना है।

Leave a Reply

Exit mobile version