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कांग्रेस ने Women’s Day पर कराया सर्वे, फिर ऐसे हुई ट्रोल…

दुनिया भर में अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के मौके पर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई संस्‍थाएं सर्वे के जरिये भी महिलाओं का मन और उनकी स्थिति टटोलने की कोशिश करती हैं। भारत की मुख्‍य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी इस अवसर पर एक सर्वे कराया। इसको लेकर पार्टी ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई है। पार्टी ने ट्विटर पर एक पोस्‍ट के साथ सर्वे को लेकर सवाल पूछा और जवाब के लिए चार विकल्‍प दिए। कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘आपलोग इस बार का महिला दिवस किस तरह मनाने जा रही हैं?’ इसके लिए दिए गए विकल्‍प इस तरह हैं- पहला, अपना मनपसंद पेय पदार्थ पीकर। दूसरा, जोर-जोर से हंस कर। तीसरा, देर रात तक घूमना और चौथे विकल्‍प में दिया गया था उपरोक्‍त सभी। ट्विटर पर किए गए सर्वे में 56 फीसद ने चौथे विकल्‍प के पक्ष में वोट किया। 22 प्रतिशत ने दूसरे, 15 फीसद ने पहले और 7 प्रतिशत ने तीसरे विकल्‍प के पक्ष में अपना मत दिया।

कांग्रेस का पोस्‍ट सामने आते ही पार्टी ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई। अनमोल ने ट्वीट किया, ‘पांचवां विकल्‍प बनाएं…वोट फॉर बीजेपी…और उसका जादू देखें।’ रोहित ने लिखा, ‘पिछले 70 वर्षों की दोषपूर्ण नीतियों के कारण महिलाएं संघर्ष के साथ Women’s Day मना रही हैं। आपके द्वारा दिया गया विकल्‍प आपकी अपनी पार्टी के नेताओं और उनके रिश्‍तेदारों के लिए प्रासंगिक हो सकता है।’ एक अन्‍य व्‍यक्ति ने ट्वीट किया, ‘क्‍या यह एक तरह का मजाक है?’ पिऊ नायर ने लिखा, ‘इनमें से कोई नहीं का विकल्‍प कहां है?’ हेमा ने ट्वीट किया, ‘मुझे हैरत हो रही है क‍ि ये किस तरह के विकल्‍प हैं?’ एक और व्‍यक्ति ने प्रतिक्रिया दी, ‘भाई वे हर चुनाव हार रहे हैं, इसलिए अब ऐसे रेस्‍टोरेंट वाले पोल कर रहे हैं।’

शिव कुमार ने ट्वीट किया, ‘सवाल का जवाब देने के लिए जो विकल्‍प दिए गए हैं, दरअसल वे आपके चरित्र को दिखाते हैं। महि‍ला दिवस का उत्‍सव मनाना छोड़ि‍ए, पहले सामान्‍य ज्ञान सीखना शुरू कीजिए।’ विजय कुमार मडेलकर ने लिखा, ‘क्‍या यह पोल है? शर्मनाक! महिलाएं शायद इस दिन किसी जरूरतमंद की मदद या किसी को घरेलू हिंसा से बचाना चाहती हैं। इसके अलावा निम्‍न तबके की महिलाओं को शिक्षित भी करना चाहती होंगी।’ अंशु रस्‍तोगी ने लिखा, ‘कांग्रेस वालों आप शायद भूल गए कि किसी शुभ अवसर परा मंदिर जाकर प्रार्थना भी की जाती है। यह हमारी संस्‍कृति रही है। सनातन संस्‍कृति में शराब और अय्याशी की कोई जगह नहीं है।’

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