लखनऊ: सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी सरकार आने के बाद अपराध कम हुआ है। सीएम ने कहा कि बीते 11 महीनों से प्रदेश में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हमने काफी प्रयास किया है। यूपी पुलिस बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है। पुलिस के कार्य करने के रवैये से देश में यूपी पुलिस की छवि सुधरी है। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने आवास से यूपी पुलिस की डायल 100 की नई तकनीक और हाईटेक तरीके से तैयार बाइक मूवर हरी झंडी दिखाने के बाद कहीं। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह और एडीजी यूपी डायल 100 समेत कई पुलिस अफसर मौजूद रहे।
क्या कहा सीएम ने
– सीएम योगी ने कहा कि यूपी में अपराध कम हुआ है। रिस्पांस टाइम और बेहतर होगा। उत्तर प्रदेश पुलिस में पुलिस इमरजेंसी प्रबंधन प्रणाली के 100 दो पहिया वाहनों को आज शामिल करते हुए मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।
– यूपी में जो हमने कार्य शुरू किए है उसमें 105 करोड़ के लागत से 3305 दो पहिया वाहन 903 चार पहिया वाहन आज से हम उत्तर प्रदेश पुलिस को उपलब्ध करा रहे हैं।
– हमें पुलिस की छवि को आमजन के नजर में अच्छा प्रदर्शित करना पड़ेगा। पुलिस का व्यवहार जितना ही व्यवहार मैत्रीपूर्ण होगा उतना ही पुलिस को बेहतर सूचना अपराधों को रोकने में मिलेगा।
– पूरे देश को बड़ी उम्मीदे हैं उत्तर प्रदेश की पुलिस से। पीएसी की 54 कंपनिया जो खत्म हो गयी थी उसके पुनर्गठन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है। तकनीकी की मदद से इस कार्य को और आसानी से पूरा किया जा सकता है।
– डायल 100 का रिस्पांस टाइम 15 मिनट है इसे हमे 10 मिनट करना होगा। रिस्पॉन्स टाइम हम जितना कम करेंगे अपराध पर लगाम लगाने में हम उतना ही सफल हों गए।
क्या कहा डीजीपी ने ?
– डीजीपी ओपी सिंह ने कहा- सीएम के धेय्य वाक्य ‘संकल्प से सिद्धि’ को मूर्त रूप देने के लिए आज 100 बाइक डायल 100 में जोड़ी जा रही हैं। इन गाड़ियों में फ़ोन करने, चार्जिंग, बॉटल रखने के साथ सारी आधुनिक सुविधाएं हैं।
– पिछले 11 महीनो के दौरान पुलिस ने कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बहुत अच्छा प्रयास किया है। हमें पुलिस के उस चेहरे को बढ़ना होगा जिसके बारे में आमजन बहुत अच्छी राय नहीं रखता है। पब्लिक से बेहतर इंटेलिजेन्स का स्त्रोत दूसरा नहीं हो सकता है। आमजन के प्रति दोस्ताना व्यवहार होना चाहिए।
– 31 मार्च तक कुल 1600 दो पहिया डायल 100 में जुड़ेगी और एक बाइक में एक पुलिस का सिपाही और एक होम ग्रैड होगा जिले में एक एसआई मॉनिटरिंग करेगा। तीन शिफ्ट में पुलिस की टीम ड्यूटी करेगी जिससे वह मानसिक और शारीरिक तौर पर फिट रहे।