Friday, April 26, 2024
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47 साल साथ रहने के बाद बेटे और पोते ने कराई शादी जानिए पूरा मामला…

SI News Today

 बिहार के सोनपुर स्थित प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में तब अजीबोगरीब दृश्य उत्पन्न हो गया जब 47 वर्षों तक साथ रहने के बाद 75 वर्षीय दूल्हा व 60 वर्षीय दुल्हन परिणय सूत्र में बंधे। शादी की तैयारी दूल्हे के बेटे और पोते ने की। दुल्हन बनी महिला ने 47 वर्षों तक दूल्हे के बाल-बच्चों और परिवार की निस्वार्थ सेवा की थी।

1971 में रांची में हुई थी जान-पहचान

दूल्हा बने वैशाली जिला के लालगंज के जगन्नाथ बसंत गांव के रहने वाले बैजनाथ प्रसाद सिंह भीएलडब्ल्यू के पद से सेवानिवृत्त हैं। रांची में भीएलडब्ल्यू रहते  उनकी जान पहचान दुल्हन बनी जनजाति समुदाय से आने वाली शुगन सांगा से हुई थी। श्री सिंह उन्हीं के मकान में किराएदार थे।

दूल्हे ने बताया कि वर्ष 1971 में दोनों का परिचय हुआ। इस बीच उनकी पत्नी से उन्हें दो पुत्र और एक पुत्री हुई। उनकी पहली पत्नी बीमार चल रही थीं। उनके छोटे बेटे प्रवीण कुमार की तबीयत बहुत खराब हुई तो  सांगा ने इस बीमारी में उनके बेटे की काफी सेवा की। इस बीच उनकी पहली पत्नी का निधन गत दिसंबर माह में हो गया।

सांगा उनके बच्चों के लालन-पालन से लेकर घर के प्रत्येक कार्य में भूमिका निभाती रहींं हैं। जगन्नाथ सिंह कहते हैं कि उनके बाद सांगा का क्या होगा यही सोचकर उन दोनों ने यह शादी रचाई। अब तक सांगा की भी शादी नहीं हुई थी।

बेटे व पोते ने कराई शादी

ताज्जुब की बात यह कि शादी में श्री सिंह सिंह के बेटे और पोते ने भरपूर सहयोग किया। श्री सिंह ने सांगा के नाम पर संपत्ति भी हस्तांतरित की है। अब वे इत्मीनान हैं कि उनके बाद भी दुल्हन बनी सांगा को जीवन में कोई कठिनाई नहीं होगी। सांगा के नाम से संपत्ति होने के कारण उसे परिवार और समाज में भी प्रतिष्ठा व आदर मिलेगा।

शादी से खुश हैं दुल्‍हन बनीं सांगा

सांगा ने बताया कि वे शादी होने से वह बहुत खुश हैं। वे शादी के पहले से वे इस परिवार को अपना परिवार मानती आईं हैं। सहयोगी की भूमिका निभा रहे श्री सिंह के बेटे प्रवीण कुमार भी जो शिक्षक है, इस शादी में सम्मिलित हुए।

 

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