अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को फर्जी खबरों की सूची जारी की। उन्होंने यह सूची अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट की थी। ट्रंप के पोस्ट के साथ फर्जी खबरों से संबंधित एक लिंक भी दिया गया था, जो इसे पोस्ट किए जाने के थोड़ी देर बाद ही क्रैश हो गया। सूचना पर कुछ देर बाद साइट पर यह गड़बड़ी ठीक कर दी गई। फर्जी खबरों से जुड़ा यह लिंक रिपब्लिकन पार्टी की वेबसाइट जीओपी ने प्रकाशित किया है। साइट पर इसके साथ ही लिखा गया, “2017 असभ्य पूर्वाग्रहों, अनुचित खबरों के कवरेज और फर्जी खबरों का साल था।
स्टडीज से मालूम चला है कि राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर हुआ मीडिया कवरेज 90 फीसदी से अधिक नकारात्मक है।” आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस महीने की शुरुआत में फर्जी खबरों की सूची और उनसे जुड़े हुए लोगों के बारे में बताने का ऐलान किया था।
वेबसाइट ने फर्जी खबरों की सूची में इन खबरों को जगह दी है-
1- न्यू यॉर्क टाइम्स के पॉल क्रगमैन ने ट्रंप की ऐतिहासिक जीत के दिन दावा किया था कि अर्थव्यवस्था कभी भी दुरुस्त नहीं होगी।
2- एबीसी न्यूज के पत्रकार ब्रायन रॉस की फर्जी रिपोर्ट में शेयर मार्केट में गिरावट की बात थी।
3- सीएनएन की खबर के अनुसार ट्रंप और उनके बेटे की विकीलीक्स के हैक किए गए दस्तावेजों तक पहुंच थी।
4- ‘टाइम’ में खबर आई थी कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ओवल ऑफिस से मार्टिन लूथर किंग की एक प्रतिमा हटवा दी थी।
5- वॉशिंगटन पोस्ट ने ट्रंप की फ्लोरिडा के पेंसाकोला में हुई रैली के बारे में लिखा था कि वहां उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं पहुंची थी। रिपोर्टर ने भीड़ के आने से पहले ही वहां की तस्वीरें अखबार में छपवाई थीं।
वेबसाइट में आगे ट्रंप के प्रशासन में हासिल की गई सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया गया। कहा गया, “ट्रंप के खिलाफ 90 फीसदी नकारात्मक मीडिया कवरेज के बाद भी उन्हें नतीजे हासिल हो रहे हैं। देश में तकरीन 20 लाख नौकरियां पैदा की गई हैं।” आगे यह भी कहा गया कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) खत्म होने के कगार पर है। इराक और सीरिया में इस संगठन का सफाया किया जा चुका है।