दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत के राजनीति में आने को लेकर चर्चाएं इन दिनों जोरो पर है। हालांकि रजनीकांत की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई संकेत नहीं दिए गए हैं, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसको लेकर कयास लगाए जा रहे और आए दिन बयानबाजी की जा रही। रजनीकांत ने बीते दिनों कहा था कि वह प्रशंसकों से चर्चा करने के बाद निर्णय लेंगे कि वह राजनीति में आएंगे या नहीं। शनिवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रजनीकांत के राजनीति में आने को लेकर बयान देते हुए उन्हें महामूर्ख बताया। यही नहीं, स्वामी ने उन्हें अनपढ़ और पागल भी कहा। रजनीकांत की ओर से स्वामी के बयान को लेकर कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन इसे लेकर उनके समर्थक नाराज हो सकते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी से राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी शनिवार को यूपी के आगरा एक कार्यक्रम के सिलसिले में गए थे। जब पत्रकारों ने रजनीकांत के राजनीति में आने को लेकर उनकी प्रतिक्रिया जानने चाहिए तो स्वामी ने रजनी को अनपढ़ और पागल करार दे दिया। उन्होंने कहा, ‘रजनीकांत महामूर्ख है, अनपढ़ है, भारत और पाकिस्तान का संविधान सामने रखोगे तो उसे पता नहीं चलेगा कि कौन सा किस देश का है।’ वहीं, स्वामी ने अपने ट्वीट में भी रजनीकांत की एंट्री को लेकर निशाना साधा। स्वामी ने लिखा- “ज्यादातर तमिल लोग चुपचाप उनके विचार का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि अब लोग तमिलनाडु की राजनीति सिनेमा सितारों को पैराशूट से आने की इजाजत नहीं देना चाहते हैं।” इससे पहले शुक्रवार को भी स्वामी ने रजनीकांत पर निशाना साधते हुए उन्हें तमिलनाडु के सीएम के लिए ‘अनुपयुक्त’ बताया था।
तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने 18 मई को मीडिया द्वारा राजनीति में आने को लेकर किए गए सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया था। पत्रकारों के रजनीकांत द्वारा हाल के कमेंट और राजनीति में आने से जुड़े सवाल किए जाने पर सुपरस्टार ने कहा, ‘कृपया करके राजनीति से जुड़े सवाल ना पूछें।’ करीब आठ साल बाद अपने प्रशंसकों से मिले रजनीकांत ने कहा था कि वो अगली मीटिंग में अपने प्रशंसकों से बातचीत करके राजनीति में आने को लेकर निर्णय लेंगे।