लखनऊ: यूपी विधानसभा में 12 जुलाई को विस्फोटक पदार्थ मिलने के बाद यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। वैसे तो यहां पर थ्री लेयर की सिक्युरिटी है, लेकिन अगर आपको कोई रास्ता नहीं मिल रहा है तो इन 8 तरीकों से विधानसभा में आसानी से एंट्री की जा सकती है। ये तरीके सिर्फ इसलिए बता रहा है ताकि पता चल सके कि हाई सिक्युरिटी जोन में आने वाले विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था कैसी है। इसके लिए हमने एक्स आईएएस सूर्य प्रताप सिंह, सीनियर जर्नलिस्ट रतनमणि लाल और श्रीधर अग्निहोत्री से बात की।
# तरीका नंबर 1- ‘माननीय’ के साथ हैं तो कोई नहीं पूछता है पास
– अगर आप किसी विधायक या मंत्री के साथ उनकी गाड़ी में बैठे हैं तो आप आसानी से अंदर जा सकते हैं, क्योंकि गाड़ी का सचिवालय पास बना होता है। ऐसे में उस गाड़ी में से सिर्फ हथियार बंद गनर को उतार दिया जाता है और बाकियों को अंदर भेज दिया जाता है।
– सच्चाई ये है कि बैठे हुए लोगों में से सिर्फ विधायक के पास होता है।
# तरीका नंबर 2- आपने फोन करा लिया तो हो जाएगी एंट्री
– किसी अफसर, नेता या निजी सचिव से गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी की बात करा दीजिए तो फिर आपकी बिना पास के एंट्री हो जाएगी।
– इतना ही नहीं, कई बार ऊपर से फोन कराने के बाद तो निजी गाड़ियां भी अंदर तक चली जाती हैं।
# तरीका नंबर 3- निजी सचिव भी करते हैं खेल
– मंत्रियों के निजी सचिव भी अवैध रूप से एंट्री कराने में बड़ा रोल अदा करते हैं। अगर कोई किसी निजी सचिव को जानता है तो उससे कहकर किसी मंत्री के ऑफिस का पास बनवाकर पूरी विधानसभा में घूम सकता है।
– जबकि जिस मंत्री के ऑफिस से पास जारी होता है, उस मंत्री को उस शख्स के बारे में पता भी नहीं होता है
# तरीका नंबर 4- बिना पास रिटायर कर्मियों का आना-जाना भी जारी
– विधानसभा में काम करने वाले वर्कर्स के पास की चेकिंग भी जल्दी नहीं होती। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि रिटायरमेंट के बाद संबंधित ऑफिस से कई काम पड़ते हैं, इसलिए नियमों के विपरीत इन वर्कर्स को ढील दे दी जाती है।
– ऐसे में जो वर्कर्स कई साल से काम कर रहे हैं, उनका भी पास नहीं पूछा जाता है, क्योंकि उन्हें गेट पर मौजूद गार्ड्स पहचानते हैं। कई वर्कर्स पास कैंसिल होने के बाद भी विधानसभा आते-जाते रहते हैं। जबकि नियम ये है कि रिटायर वर्कर्स का भी पास बनता है।
# तरीका नंबर 5- कॉन्फिडेंट हैं तो भी नहीं पूछा जाता है पास
– अगर आप थोड़ा सा कॉंन्फिडेंट हैं तो आपसे कोई भी पास के लिए नहीं पूछेगा। अमूमन ये तरीका अवैध तरीके से एंट्री करने वाले अपनाते रहे हैं।
# तरीका नंबर 6- सुरक्षाकर्मियों को रुपए देकर भी होती रही एंट्री
– कई लोग सुरक्षाकर्मियों को एंट्री के लिए रुपए भी देते हैं। कई बार ये नजारा आपको गेट पर दिख जाता है। इसमें 100 से 500 रुपए तक का खेल चलता है। इस तरीके से भी अवैध एंट्री होती है।
# तरीका नंबर 7- पर्ची से भी होती है एंट्री
– अगर पास नहीं है और आप किसी अफसर, नेता, निजी सचिव या फिर किसी भी वर्कर को जानते हैं तो वह गेट पर पर्ची भिजवा देते हैं। इसके बाद बिना पास के आसानी से आपकी एंट्री हो सकती है।
# तरीका नंबर 8- वर्कर गेट तक आ जाते हैं लेने
– मान लीजिए, विधानसभा में आपका कोई जानने वाला काम करता है तो आप सिर्फ फोन करके सूचना दे दीजिए। वह आपको लेने खुद गेट पर आ जाएगा और गेट पर लगे सुरक्षाकर्मियों को अपना परिचय बताकर आपको अंदर दाखिल करा लेगा।