एसडीएम शुक्ला भी प्रदेश के उन आईएएस-पीसीएस अफसरों में शुमार हैं, जो सोशल मीडिया पर बेधड़क अंदाज में विचार रखते हैं। इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर लाल और नीली बत्ती को अवैध घोषित किया गया था, तब बेमन से अशोक शुक्ला ने गाड़ी से नीली बत्ती उतारी थी और उन्होंने सरकार से निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की थी। फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा था कि लोग लाल व नीली बत्ती हासिल करने के लिए इलाहाबाद, दिल्ली व लखनऊ का चक्कर लगाते हैं। यह किसी की दी गई नहीं है बल्कि हासिल की गई है । लाल व नीली बत्ती प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
इससे पहले अशोक शुक्ला की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भी बहस हो चुकी है। जब तिलोई स्थित विधायक निवास में ईरानी पार्टी कार्यकर्ताओं से मुखाबित थीं, इस दौरान एसडीएम ने सेल्फी लेने की कोशिश की थी तो स्मृति ईरानी ने कहा था कि तुम्हें यहां से हटवाना पड़ेगा। दरअसल ईरानी को अमेठी के तिलोई में अस्पताल के लिए किसानों की जमीन लेने में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। किसान रामसनेही पासी ने अस्पताल के लिए अधिग्रहीत एक बीघा तीन बिस्वा जमीन के बदले दूसरे स्थान पर जमीन न मिलने की शिकायत की थी, जिस पर केंद्रीय मंत्री ने एसडीएम को फटकार भी लगाई थी।