राजस्थान सरकार पर महात्मा गांधी की जयंती भूलने का आरोप लगा है। मिल रही खबरों के मुताबिक, राजस्थान सरकार की तरफ से जारी किए गए एक कैलेंडर में महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) को छुट्टी नहीं दी गई है। जबकि इस दिन नेशनल हॉलिडे होता है। राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह द्वारा जारी किए गए कैलेंडर में अक्टूबर के महीने में सिर्फ दो दिन की सरकारी छुट्टी है। ये छुट्टियां मोहर्रम और दीवाली के दिन पर हैं। खबर के मुताबिक, रामदेव (राजस्थान में माने जाने वाले गुरु), गुरु नानक, भीम राव अंबेडकर, भगवान महावीर और महाराणा प्रताप की जयंती पर भी छुट्टी दी गई है। लेकिन महात्मा गांधी के जन्मदिन पर नहीं।
इस मामले की सफाई देते हुए राजभवन के प्रवक्ता ने बयान दिया है कि जो कैलेंडर जारी किया गया है वह राज्य सरकार के अधीन उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए है। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी कैलेंडर में गांधी जयंती को गजेटिड हॉलिडे नहीं बताया गया है।
राजस्थान सरकार इससे पहले भी विवादों में रह चुकी है। वहां बच्चों की किताबों से जवाहर लाल नेहरू के बारे में सबकुछ हटा लेने का आरोप लगा था। इतना ही नहीं संघ के सावरकर को वहां के सलेब्स में डाल दिया गया। इससे पहले इतिहास से छेड़छाड़ के भी आरोप राजस्थान सरकार पर लग चुके हैं। वहां की किताबों में महाराणा प्रताप और अकबर की लड़ाई को पलटकर लिखा गया है। खबरों के मुताबिक, वहां अब प्रताप को विजेता बताया जा रहा है जबकि इतिहास बताते है कि वह अकबर से हार गए थे।