बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेई, स्मिता तांबे और आदर्श गौरव स्टारर फिल्म ‘रुख’ एक मिस्ट्री ड्रामा मूवी है। फिल्म से निर्देशक अतानु मुखर्जी अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू कर रहे हैं और ट्रेलर देखकर यह तो पहले ही साफ हो चुका है कि फिल्म सस्पेंस और ड्रामा से लबरेज होने वाली है। फिल्म के पोस्टर में आपको मनोज बाजपेई नजर आते हैं। ट्रेलर में वह कई जगह दिखाई देते हैं। साथ ही कास्ट में उनका नाम सबसे ऊपर हैं। अब इससे कई दर्शकों को यह गलतफहमी होना लाजमी है कि फिल्म मनोज बाजपेई की है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। फिल्म में मनोज बाजपेई गेस्ट अपीयरेंस में हैं। वह कुछ ही जगह दिखाई देते हैं और बाकी वक्त अन्य कलाकारों को काम करने का मौका दिया गया है।
यह कहना होगा कि निर्देशक ने मनोज बाजपेई के नाम पर फिल्म बेचने का प्रयास किया है। जिसमें वह काफी हद तक कामयाब होते भी दिख रहे हैं। क्योंकि खेल सिर्फ कहानी का है और निर्देशक को एक ऐसा बड़ा चेहरा चाहिए था जिसके दम पर लोगों को सिनेमाघरों तक लाया जा सके अतः चलिए अब कहानी की बात करते हैं। रुख की कहानी ध्रुव माथुर (आदर्श गौरव) नाम के बच्चे के चारों तरफ घूमती है जो अपने पिता की मौत के तीन साल बाद बोर्डिंग स्कूल से वापस लौटता है। वह यह देख कर काफी हैरान रह जाता है कि किस तरह उसकी मां और बाकी लोग इस पर खामोश हैं, जैसे उन्हें इस बात का पहले से आभास था कि यह सब होने वाला है।
वह अपने घर में किसी को भी नहीं बताता है कि उसके पिता के साथ उसके कितने अच्छे ताल्लुकात थे, लेकिन साथ ही वह अपने पिता की मौत के राज को उजागर करने में भी कुछ खास नहीं कर पा रहा है। गौरव अपने पिता को वक्त के साथ इस बात का अंदाजा हो जाता है कि उसके पिता की दुर्घटनावश मृत्यु नहीं हुई है बल्कि उनकी हत्या की गई है। वक्त के साथ गौरव खुद इस राज को खोलने की कोशिशों में जुट जाता है लेकिन क्या वह इस राजों से बंद बक्से को खोल सकेगा? यही फिल्म की कहानी है। फिल्म में कलाकारों के काम की बात करें तो गौरव ने अपना काम बखूबी किया है और मनोज बाजपेई को जितना रोल दिया गया है उतने में उन्होंने समा बांध दिया है। देखना यह होगा कि दर्शक फिल्म को कितना पसंद करते हैं।