सुपरस्टार रजनीकांत ने तमिलनाडु में हो रहे विरोध को देखते हुए अपनी श्रीलंका यात्रा स्थगित कर दी है. कुछ तमिल समर्थक संगठनों के अनुरोध के बाद अभिनेता रजनीकांत ने अपना श्रीलंका दौरा रद्द कर दिया. इस दौरे के दौरान उन्हें कुछ विस्थापित तमिलों को नए घर सौंपने थे लेकिन तमिल संगठनों ने उनसे कार्यक्रम से अलग होने का अनुरोध किया था.
अभिनेता ने कहा कि मारूमालारची द्रविड मुन्नेत्र कषगम (एमडीएमके) और विद्युतालाई चिरूथाइगल कात्ची (वीसीके), के संस्थापकों क्रमश: वाइको और टी तिरूमावलावन के साथ ही टीवीके नेता टी वेलमुरूगन ने उनसे इस कार्यक्रम से नाम वापस लेने का अनुरोध किया था.
एक बयान में अभिनेता ने कहा कि वाइको ने इस मुद्दे पर उनसे फोन पर बात की जबकि तिरूबावलावन ने मीडिया के जरिये अपील की और वेलमुरूगन ने एक दोस्त के जरिए संदेश भिजवाया. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मेरे समक्ष विभिन्न राजनीतिक कारण रखे और मुझसे इस कार्यक्रम में शामिल न होने का अनुरोध किया. उन्होंने जो कुछ कहा मैं उससे यद्यपि पूरे मन से स्वीकार नहीं कर सकता लेकिन उनके अनुरोध को देखते हुए मैंने इस समारोह में शामिल होने को टालना ही बेहतर समझा.’’ तमिल समर्थक संगठनों ने अभिनेता को चेताया था कि भावनात्मक जातीय मुद्दे से ‘‘दूर’’ ही रहें.
अभिनेता को लाइका समूह के ग्नानम फाउंडेशन द्वारा उत्तरी जाफना में विस्थापित तमिलों के लिए बनाए गए घरों को 9-10 अप्रैल को सौंपना था. लाइका प्रोडक्शन अभिनेता की नवीनतम विज्ञान गल्प पर आधारित फिल्म ‘‘2.0’’ का निर्माण कर रही है.
माना जा रहा है कि रजनीकांत ने इस आशंका से ये फ़ैसला लिया है कि कहीं कुछ तमिल संगठन साल उनकी फ़िल्म 2.0 का विरोध न करने लगें. साल 2014 में भी कुछ तमिल संगठनों ने रजनीकांत की फ़िल्म ‘कत्थी’ का जमकर विरोध किया था. इन दिनों इस फिल्म की शूटिंग ज़ोर-शोर से चल रही है. इसके निर्देशक एस शंकर हैं. इसमें हिंदी फ़िल्मों के कलाकार अक्षय कुमार भी काम कर रहे हैं. यह फिल्म तमिल, तेलगु और हिंदी में एक साथ बन रही है.
बता दें कि रजनीकांत 9 अप्रैल से दो दिवसीय श्रीलंका की यात्रा पर जा रहे थे. श्रीलंका में रजनीकांत का विस्थापित तमिलों को 150 से अधिक मकान सौंपने का कार्यक्रम था.