एअर इंडिया के एक कर्मचारी के साथ मारपीट करने के चलते घरेलू विमानन सेवाओं द्वारा प्रतिबंधित और पुलिस द्वारा नामजद किए गए शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने दूसरे नामों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय विमानसेवा में कम से कम सात बार सीट बुक करवाने की कोशिश की. हालांकि सातों बार उनके प्रयास विफल ही साबित हुए. खबरों के मुताबिक सांसद नाम में फेर-बदल कर टिकट कराने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाए.
इसके बाद हैदराबाद से दिल्ली आने वाले विमान (एआई 551) में एक सीट बुक कराई गई. यह सीट प्रोफेसर वी रवींद्र गायकवाड़ के नाम से बुक कराई गई, यह टिकट भी रद्द हो गई. तीसरी प्रयास अगले दिन किया गया. इस बार नागपुर से मुंबई के रास्ते दिल्ली जाने वाले विमान में टिकट करवाने की कोशिश की गई. सांसद के कर्मी ने ‘प्रोफेसर रवींद्र गायकवाड़’ के लिए टिकट बुक करवाने के लिए एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया.
सूत्र ने कहा कि ट्रैवल एजेंट ने तत्काल स्थानीय स्टेशन प्रबंधक से संपर्क किया और सूचना एअर इंडिया के मुख्यालय को भेज दी गई. एअर इंडिया ने पूर्व में अपने सभी स्टेशन प्रबंधकों और बुकिंग अधिकारियों को एक ‘अस्वीकार्यता आदेश’ जारी किया था और उन्हें यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि रवींद्र गायकवाड़ के संदर्भ में एअर इंडिया की सभी उड़ानों में उपद्रवी और असुरक्षित यात्री की स्वीकार्यता और यात्रा पर प्रतिबंध का पालन किया जाए.
भारतीय उड्डयन इतिहास में एक अभूतपूर्व कदम के तहत शिवसेना के सांसद को पहले सभी बड़ी घरेलू विमानन कंपनियों में सफर करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. बीते गुरुवार को एअर इंडिया के एक वरिष्ठ कर्मचारी के साथ मारपीट करने पर गायकवाड़ के खिलाफ यह कदम उठाया गया था.
गायकवाड़ इस बात पर गुस्सा थे कि उन्हें विमान में बिजनेस क्लास की सीट नहीं दी गई थी, जबकि वह खुद ही एक ऐसे विमान में चढ़े थे, जिसमें सिर्फ इकोनॉमी क्लास की सीटें थीं.