टीम इंडिया ने आठ विकेट से धर्मशाला टेस्ट जीतकर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 26वीं बार टेस्ट मैच में हराया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खूबसूरत हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच का तीसरा दिन सोमवार पूरी तरह से मेजबानों के नाम रहा. भारत ने पहले मुश्किल हालात से खुद को निकालते हुए 32 रनों की मामूली लेकिन अहम बढ़त ली. उसके बाद गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया को पूरे दो सत्र भी बल्लेबाजी नहीं करने दी और उसको दूसरी पारी में 137 रनों पर समेट दिया.
भारत को जीत के लिए 106 रनों का आसान सा लक्ष्य मिला, जिसका पीछा करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक मेजबानों ने बिना कोई विकेट खोए 19 रन बना लिए हैं. मुरली विजय (नाबाद 6) और लोकेश राहुल (नाबाद 13) की सलामी जोड़ी क्रीज पर मौजूद है. वह इस मैच और सीरीज को जीतने से अभी जीत से 87 रन दूर है.
चौथे दिन का खेल शुरू हो गया है. दोनों टीमों के खिलाड़ी मैदान पर पहुंच चुके हैं. भारत की तरफ से लोकेश राहुल और मुरली विजय बल्लेबाजी करने उतरे हैं. लोकेश राहुल शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं. ओ कीफी की गेंद पर राहुल ने लगातार दो चौके जड़े. लोकेश राहुल 31 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से अब तक 29 रन बना चुके हैं. वहीं, मुरली विजय ने 27 गेंदों पर 7 रन बना लिए हैं. 9.6 ओवर तक भारत का स्कोर 40/0. भारत सीरीज जीतने से महज 66 रन दूर है. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दिन की शुरुआत में हेजलवुड और ओ कीफी ने गेंदबाजी की शुरुआत की. दोनों के कामयाबी ना मिलने के बाद पैट कमिंस गेंदबाजी करने आए हैं.
भारत को पहला झटका लगा. मुरली विजय आठ रन बनाकर आउट हो गए हैं. पैट कमिंस की गेंद पर मैथ्यू वेड ने मुरली विजय का कैच लपका. 13.1 ओवर तक भारत का स्कोर 46/1. जीत के लिए भारत को 60 रन की जरुरत है. लोकेश राहुल के साथ अब चेतेश्वर पुजारा बल्लेबाजी करने आए हैं. ऑस्ट्रेलिया के हाथ खेल के चौथे दिन की शुरुआत में ही दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है. टीम इंडिया की ‘दीवार’ चेतेश्वर पुजारा 0 रन पर रनआउट हो गए है. पुजारा-विजय के सस्ते में पवेलियन लौट जाने के बाद भी भारत की जीत की आस बरकरार है. राहुल और पुजारा के बीच रन लेते समय तालमेल में कमी साफ दिखी. ग्लैन मैक्सवेल का सीधा थ्रो और पुजारा आउट. पुजारा क्रीज से बहुत दूर थे.
राहुल के साथ अब मैदान पर कप्तान अजिंक्य रहाणे बल्लेबाजी करने उतरे है. धर्मशाला टेस्ट की पहली पारी में भारत के पांच विकेट चटकाने वाले नाथन लॉयन गेंदबाजी कर रहे हैं. 14.3 ओवर तक भारत का स्कोर 47/2. जीत के लिए टीम इंडिया को 59 रनों की जरुरत है. कप्तान अजिंक्य रहाणे क्रीज पर आते ही आक्रामक खेल रहे हैं. रहाणे 9 रनों की पारी में अब तक दो चौके जड़ चुके हैं.
मजेदार- आज की के दिन 28 मार्च 1955 को टेस्ट मैच में सबसे कम रन बनाने का रिकॉर्ड बना था. इस मैच में न्यूजलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ महज 26 रन बनाए थे. ये टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अब तक का सबसे कम स्कोर है.
रहाणे शानदार खेल रहे हैं. उन्होंने पैट कमिंस की गेंद पर लगातार दो छक्के लगाए है. रहाणे अब तक 2 छक्के और 4 चौके लगाकर 36 रन की पारी खेल चुके हैं. भारत को जीत के लिए सिर्फ पांच रन चाहिए. राहुल भी बहुत बढ़िया खेल रहे हैं. 48 रन की पारी में वे नौ चौके लगा चुके हैं. धर्मशाला टेस्ट की दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने 9 चौकों की मदद से 52 रन की पारी खेली. ये सीरीज का राहुल का छठा अर्धशतक है. लोकेश ने इस सीरीज में अभी तक 4,90,51,67,60,52 रन बनाए हैं. इसी के साथ टीम इंडिया आठ विकेट से धर्मशाला टेस्ट जीतकर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 26वीं बार टेस्ट मैच में हराया. भारत ने इससे ज्यादा बार किसी टीम को नहीं हराया
जडेजा के नाम रहा तीसरा दिन
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 300 रनों के जवाब में अपनी पहली पारी में 332 रन बनाए थे. दूसरे दिन का अंत छह विकेट के नुकसान पर 248 रनों के साथ करने वाली भारतीय टीम पर एक समय ऑस्ट्रेलिया के स्कोर की बराबरी का संकट नजर आ रहा था. ऑस्ट्रेलिया की कोशिश तीसरे दिन भारत के चार विकेट जल्दी लेकर उसे बैकफुट पर धकलेने की थी, लेकिन रविवार के नाबाद बल्लेबाद रविंद्र जडेजा (67) और रिद्धिमान साहा (31) ने सातवें विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया और भारत को जरूरी बढ़त दिलाई.
हालांकि, बढ़त दिलाने के बाद यह साझेदारी ज्यादा टिकी नहीं और 317 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस ने जडेजा को बोल्ड कर इसे तोड़ा. जडेजा ने 95 गेंदों का सामना किया और चार छक्के के साथ इतने की चौके लगाए.
इस साझेदारी के टूटने के बाद भारतीय टीम को ऑल आउट होने में ज्यादा समय नहीं लगा. जडेजा के जाने के एक रन बाद भुवनेश्वर कुमार बिना खाता खोले लौट लिए. इसी स्कोर पर कमिंस ने साहा को पवेलियन भेजा. कुलदीप यादव ने एक चौके की मदद से सात रन बनाए. उनके रूप में भारत ने अपना आखिरी विकेट खोया. उमेश यादव दो रन पर नाबाद लौटे.
राहुल-पुजारा ने बनाए अर्धशतक
भारतीय पारी में जडेजा के अलावा लोकेश राहुल (60) और चेतेश्वर पुजारा (57) ने अर्धशतक लगाए. कार्यवाहक कप्तान अंजिक्य रहाणे ने 46 रनों का योगदान दिया.
लॉयन ने किया भारतीय ‘शेरों’ को ढेर
ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन लॉयन ने पांच विकेट लिए. लॉयन भारत में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं. उनके भारत में अब 64 विकेट हो गए हैं. उनके आगे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं. उनके नाम 105 विकेट दर्ज हैं. कमिंस को तीन सफलता मिलीं. जोश हाजलेवुड और स्टीव ओ कीफ को एक-एक विकेट मिला.
भारतीय गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने
बल्लेबाजों के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को परेशान किया. चायकाल तक उसने 92 रनों पर ही अपने पांच विकेट खो दिए थे. डेविड वार्नर (6), मैट रेनशॉ (8), स्टीवन स्मिथ (17), पीटर हैंड्सकोंब (18) और शॉन मार्श (1) पवेलियन लौट गए थे. दूसरे छोर पर ग्लैन मैक्सवेल (45) खड़े हुए थे. ऑस्ट्रेलिया को उनसे बहुत उम्मीदें थीं लेकिन तीसरे सत्र में मैक्सवेल के रूप में ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट खोया. वह रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए.
इसके बाद भी ऑस्ट्रेलिया के विकेट गिरने का सिलसिला रूका नहीं. पूरी टीम 137 रनों पर ही ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे सत्र में 45 रन ही जोड़े. मैथ्यू वेड 25 रन पर नाबाद लौटे. भारत की तरफ से उमेश यादव, अश्विन और जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए. भुवनेश्वर कुमार को एक विकेट मिला.
ऑस्ट्रेलिया ने अपने कप्तान स्मिथ के 111 रनों और वेड की 57 रनों की पारी के दम पर 300 रन बनाए थे.