भारत-पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में 4 जून को भिड़ंत होगी। ये मुकाबला हाईवोल्टेज रहने वाला है। पाकिस्तान भले ही चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान से दो बार हार चुका हो लेकिन हर एक हिंदुस्तानी को आज भी गर्व है कि वर्ल्ड कप में भारत ने हमेशा पाकिस्तान को धूल चटाई हो। हम आपको 2003 के विश्व कप की याद ताजा करवाने जा रहे हैं, जिसमें सचिन तेंदुलकर मैच में पूरी तरह से पाकिस्तानी गेंदबाजों पर कहर बरपाते दिखे थे। ये वो मैच था जिसे कोई हिंदुस्तानी भूल नहीं सकता।
पूल मैच के चौथे मुकाबले में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की ओर से सईद अनवर ने 126 गेंदों में 101 रन की पारी खेली। उनके अलावा यूनुस खान 32 रन बना सके। इनके अलावा पाकिस्तान का कोई भी खिलाड़ी 30 रन भी नहीं बना सका। पाकिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 273 रन बनाए। भारत की ओर से गेंदबाजी करते हुए जहीर खान (46/2) और आशीष नेहरा (74/2) विकेट लेने वाले सबसे कामयाब गेंदबाज रहे। हालांकि उनके अलावा जवागल श्रीनाथ और दिनेश मोंगिया भी 1-1 सफलता हासिल करने में कामयाब रहे।
ये लक्ष्य साधारण बिल्कुल नहीं था। ऊपर से मैच भारत-पाकिस्तान के बीच खेला जा रहा था। वो भी विश्व कप का। ऐसे में भारत को मजबूत शुरुआत की जरूरत थी। सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग को ओपनिंग के लिए भेजा गया। शोएब अख्तर के एक ओवर में सचिन ने 18 रन बना डाले। भारत की शुरुआत बेहद जोरदार रही और 5 ओवर में ही टीम ने 50 रन पूरे कर लिए लेकिन जब टीम इंडिया का स्कोर 53 रन था तो उसे वीरेंद्र सहवाग (21) के रूप में झटका लगा। अब बैटिंग के लिए कप्तान सौरभ गांगुली मैदान पर आए मगर पहली ही गेंद पर वकार यूनिस की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। ऐसे में पाक मैच में हावी दिखाई देने लगा।
मैच बचाने का जिम्मा अब पूरी तरह से सचिन तेंदुलकर पर आ गया था। मास्टर ब्लास्टर ने भी जिम्मेदारी लेते हुए मैच को आगे बढ़ाया और 75 गेंदों में 12 चौकों और 1 छक्के की मदद से शानदार 98 रन बनाए। मैच के अंत तक राहुल द्रविड (44) और युवराज सिंह (50) ने नाबाद 99 रन की साझेदारी कर भारत को ये मैच 6 विकेट से जितवा दिया। इस मैच को शोएब अख्तर कभी नहीं भूल सकते क्योंकि 10 ओवर में उन्हें सिर्फ एक ही सफलता मिली वो भी 72 रन खर्च कर। भले ही फाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया के हाथों वर्ल्ड कप हार गया लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच ने फिर से साबित कर दिया था कि सचिन आखिर इतने महान क्यों हैं।