Thursday, May 16, 2024
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अब बड़ी प्रतियोगी परीक्षाएं नहीं कराएगा सीबीएसई…

SI News Today
Now CBSE will not make big competitive exams ...
   

मोदी सरकार ने नीट, यूजीसी नेट, जेईई मेन्‍स और सीमैट परीक्षा की व्‍यवस्‍था में बड़ा बदलाव किया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) इस साल 2018 से नीट, यूजीसी नेट, जेईई मेन्‍स और सीमैट परीक्षा कराएगा. सभी परीक्षाएं कम्‍प्‍यूटर आधारित होंगी. परीक्षा के पैटर्न, भाषा और फीस में कोई बदलाव नहीं होगा लेकिन कम्‍प्यूटर से परीक्षा कराने से आसानी होगी. जेईई और नीट परीक्षा साल में दो बार होगी. मंत्री ने कहा कि जिनके पास कम्‍प्यूटर नहीं है वह अगस्त से एग्जाम सेंटर में जाकर प्रैक्टिस कर सकता है. सरकार कम्प्यूटर पर प्रैक्टिस की व्यवस्था मुफ्त में कराएगी. ये सुविधा 4 महीने तक मिलेगी. इसके लिए सरकार जगह-जगह कम्प्यूटर सेंटर खोलेगी.

जावड़ेकर ने बताया कि नेट की परीक्षा इस साल दिसम्बर में होगी. वहीं जेईई मेन्स अब दो बार होगी-जनवरी और अप्रैल में. नीट की परीक्षा फरवरी व मई में कराई जाएगी. छात्र प्रैक्टिस के लिए अपने नजदीकी केंद्रों में एक्जाम दे सकते हैं. हर परीक्षा का आयोजन चार से पांच दिन होगा. छात्र अपनी सहूलियत से तारीख चुन सकते हैं. जवाड़ेकर ने कहा कि परीक्षा का स्‍तर अंततराष्‍ट्रीय बनाने के लिए यह व्‍यवस्‍था की गई है. सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कोई स्टुडेंट अगर एक्जाम की कोई डेट मिस करता है तो उसे दूसरा चांस मिलेगा.

जावड़ेकर ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने काम करना शुरू कर दिया है. नीट, जेईई मेन्‍स, सीमैट, नेट जो अब तक सीबीएसई कराता था वह अब यह एजेंसी कराएगी. ये कम्यूटर आधारित परीक्षा होगी. इससे परीक्षा में पर्चा लीक होने की समस्‍या खत्‍म होगी. सिलेबस, फीस, भाषाओं में बदलाव, प्रश्नों का रूप इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. नीट में करीब 13 लाख स्टूडेंट्स बैठते हैं जबकि जेईई में 12 लाख. सीमैट में 1 लाख स्टूडेंट बैठते हैं. वहीं जिपैट में 40 हजार बैठते हैं.

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