नई दिल्ली: जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के चीफ मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को एक बार फिर चीन रोकने की तैयारी में है. अमेरिका ने जनवरी में इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र में पेश किया था. फ्रांस, ब्रिटेन जैसी वीटो शक्तियों का इस प्रस्ताव को समर्थन था लेकिन तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए चीन ने इसको उस वक्त रोक दिया था. चीन भी संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है और इस नाते उसके पास भी वीटो करने की शक्ति है. अगस्त में इस प्रस्ताव पर एक बार फिर चीन ने तीन महीने तक रोक दिया था और अब उसकी अवधि इसी गुरुवार को खत्म हो रही है. माना जा रहा है कि अबकी बार चीन आधिकारिक रूप से इस प्रस्ताव को रोक देगा. नतीजतन अमेरिका समर्थित यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में समाप्त हो जाएगा.
ऐसा उस वक्त हो रहा है जब चीन में पिछले दिनों ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग को दूसरा कार्यकाल मिला है. इसके बाद अपनी तरह के अनोखे मामले में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगी एक तिब्बती बस्ती के चरवाहों (निवासियों) को सीधा संदेश देते हुए कहा है कि वे चीन की जमीन की रक्षा के लिए ”जड़ें जमा कर रखें.” शी जिनपिंग ने चरवाहों से कहा कि वे अपने पैतृक स्थान के विकास पर ध्यान केंद्रित करें.
आधिकारिक मीडिया ने रविवार को खबर दी कि दूसरा कार्यकाल शुरू कर रहे शी ने तिब्बत के लुंजे काउंटी के एक चरवाहा परिवार को लिखा है, ”क्षेत्र में शांति के बिना, लाखों परिवारों के लिए जीवन शांतिपूर्ण नहीं होगा.” यह काउंटी दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में हिमालय के पास है. शी ने परिवार से अपनी जड़ें जमानें, चीनी भूभाग की रक्षा करने और अपने कस्बे का विकास करने को कहा.