लखनऊ.रायबरेली के ऊंचाहार में 5 युवकों को 26 जून को जिंदा जलाकर मार दिया गया था। इस मामले में राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है। घटना के 13 दिन बाद राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ की ओर से लखनऊ के जीपीओ पर 5 ब्राह्मणों की हत्या के विरोध में योगी सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया। इसको देखते हुए सीएम आवास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आगे पढ़िए पूरा मामला…
-26 जून को रायबरेली के ऊंचाहार में दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। बताया गया कि मृतक असलहों से लैस होकर अप्टा गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रधान पुत्र राजा यादव और उनके भाइयों पर जानलेवा हमला किया। जिस पर गांव वालों ने दौड़ा लिया और आगे जाकर पोल से भिड़कर उनकी गाड़ी में आग लग गई और सभी जिंदा जल गए।
-इस घटना में मृतक ब्राह्मण समाज से थे। ऐसे में अब राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ इस मुद्दे को उठा रहा है।
-राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ के अध्यक्ष पियूष पंडित का कहना है कि यह साजिश कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के कहने पर रची गई है।
-पियूष ने योगी सरकार को 10 दिन का समय दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आन्दोलन होगा।
सपा ब्राह्मणों के साथ, तो भाजपा के मंत्री ले रहे यादवों का पक्ष
-रायबरेली के अप्टा गांव में हुई घटना के बाद ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज पांडेय ने हत्या की साजिश रचने का आरोप कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या पर लगाया। यही नहीं, उन्होंने 10 जुलाई को लखनऊ में विशाल धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है।
-वहीं, आरोपी राजा यादव सहित अन्य 5 यादव आरोपियों के पक्ष में भाजपा सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या खड़े हुए हैं। दरअसल, 2017 चुनाव में स्वामी प्रसाद के बेटे ऊंचाहार से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए थे।
-उनका कहना है कि मृतक ब्राह्मण नहीं, बल्कि बदमाश थे, जो प्रधान पुत्र की हत्या करने के इरादे से आए थे।
ब्राह्मण समाज की ये हैं मांगे
-राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संघ के अध्यक्ष पियूष पंडित का कहना है कि सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
-मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
-मृतक के परिवार को आवास की सुविधा दी जाए।
-कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का बीजेपी से निष्काशन हो जाए।
-मृतक परिवारों को 1-1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार
-वहीं, लखनऊ के जीपीओ पर कार्यकर्ताओं की संख्या को बढ़ता देख पुलिस ने सीएम आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। दरअसल, पुलिस को पता चला कि प्रदर्शनकारी सीएम आवास की तरफ कूच कर सकते हैं।
-हालांकि, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया है।