पूरे उत्तर भारत में ठंड का कहर जारी है. पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाके भी ठंड के कहर से अछूते नहीं है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों में ठंड पूरा कहर बरपा रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तापमान 6 डिग्री से भी कम पर पहुंच गया है. संभल जिले में तो ठंड के चलते दो लोगों की मौत की भी खबर है. संभल के असमोली में राजेंद्र नाम के एक 30 साल के मजदूर की मौत हो गई. परिजनों के अनुसार राजेंद्र ठंड के मौसम में बुखार से भी पीड़ित थे. रात लगभग 11.30 बजे अचानक उनकी हालत बिगड़ गई. राजेंद्र को डाक्टर के पास ले जाते इससे पहले ही उसकी मौत हो गई.
वहीं संभल के ही चंदौसी के बेरनी गांव में 50 साल के किसान शिवराज जब सुबह खेत पर सिंचाई करने तो उन्हें ठंड में अपनी चपेट में ले लिया. गुरुवार की देर शाम आठ बजे उनकी मौत हो गई.
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमीयूपी में 9 जनवरी से मौसम साफ होने तथा दिन के तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों का मानना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तराखंड से सटे जिलों रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, बरेली आदि के ऊपर के वायुमंडल क्षेत्र में एक्सट्रा ट्रापिकल (अतिरिक्त उर्ष्ण कटिबंधीय) हवाएं स्थिर (लॉक) हो गई हैं. इस सिस्टम के बनने का असर यह होता है कि धरती पर पर्याप्त गर्मी नहीं पहुंचती. इस क्षेत्र में गर्म हवाओं का संचरण भी नहीं हो पाता.
पिछले 24 घंटों के दौरान आगरा और मेरठ मण्डलों में रात के तापमान में खासी गिरावट हुई. बाकी मण्डलों में यह सामान्य रहा. इस अवधि में मुजफ्फरनगर राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को हल्की धूप निकली, मगर बर्फीली हवाएं चलने के कारण ठंड से कोई राहत नहीं मिली. लगभग समूचे उत्तर प्रदेश में लोग नश्तर सी चुभने वाली सर्दी से बेहाल हैं. शहरों और कस्बों में जगह-जगह अलाव जलाये जा रहे हैं. इसमें सामाजिक संगठन भी सहयोग कर रहे हैं. ठंड और कोहरे की वजह से रेल तथा सड़क यातायात पर बुरा असर हो रहा है और लम्बी दूरी की दर्जनों रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से कई घंटे देर से चल रही हैं.
अगले 24 घंटों के दौरान भी ठंड के तीखे तेवर बरकरार रहने की सम्भावना है. राज्य में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने का भी अनुमान है. कुछ जगहों पर कोहरा भी गिर सकता है. पिछले 24 घंटों के दौरान बदायूं जिले में जहां ठंड लगने से दो बच्चों की मौत हो गयी, वहीं आजमगढ़ में घने कोहरे के बीच एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के नहर में जा पलटने से तीन लोगों की मृत्यु हो गयी, वहीं दो अन्य जख्मी हो गये.
आजमगढ़ में बुधवार/गुरुवार की रात को भीषण कोहरे के बीच भुजही गांव की नहर पुलिया पर रास्ता नही दिखाई देने के कारण एक ट्रैक्टर ट्राली अनियन्त्रित होकर नहर में जा पलटी. इस हादसे में ट्रैक्टर चालक दिनेश (50), रमेश (40) और नान्हू (56) की ट्रैक्टर-ट्राली के नीचे दबकर मौके पर ही मौत हो गयी जबकि बल्ली और गौतम नाम के व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गये.
उधर, बदायूं से प्राप्त रिपोर्ट के मुतातिक मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर नेमीचंद्रा ने बताया है कि बिल्सी तहसील स्थित कस्बे इस्लामनगर के तकिया मुहल्ला निवासी यासीन के चार बच्चे लगातार ठंड बढ़ने से ब्रान्को निमोनिया की चपेट में आ गये थे. मंगलवार देर रात चारों की हालत बिगड़ गई. बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहाँ काजल (छह वर्ष) और अरशद (दो वर्ष) की मौत हो गई जबकि अफसाना और नसरीन को लगातार बिगड़ती हालत के मद्देनजर चंदौसी के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.