कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी विदेश यात्राओं को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि इनसे भारत को ‘‘थोड़ा सा भी’’ फायदा नहीं हुआ है। पार्टी ने कहा कि केवल समय ही बताएगा कि प्रधानमंत्री की मौजूदा इस्राइल यात्रा से क्या लाभ हुआ है। कांग्रेस की टिप्पणी ऐसे समय आई जब प्रधानमंत्री तीन दिन की इस्राइल यात्रा पर रवाना हुए। यह भारत के किसी प्रधानमंत्री की पहली इस्राइल यात्रा है। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने दावा किया कि तीन साल से अधिक समय में 64 यात्राएं देश के लिए ठोस लाभ सुनिश्चित करने की जगह ‘‘टीवी शो’’ के जरिए घरेलू भारतीय दर्शकों तक ही केंद्रित रही हैं।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बात करते हुये केवल समय ही बताएगा कि 65वीं यात्रा से भारत को किस तरह लाभ होगा, लेकिन यदि आप ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो भारत को पिछली यात्राओं से थोड़ा सा भी फायदा नहीं हुआ है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस्राइल यात्रा को लेकर इस्राइल के एक प्रमुख बिजनेस दैनिक में एक लेख में उनके बारे में कुछ इस प्रकार से पेश किया गया था।
बिजनेस दैनिक ‘‘द मार्कर’’ में इसके हिब्रू संस्करण में प्रकाशित एक लेख में भारत -इस्राइल संबंधों पर चर्चा करते लिखा गया था कि इस्राइलियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यहूदी राष्ट्र की यात्रा से काफी उम्मीदें लगा रखी थीं लेकिन उन्होंने बहुत अधिक कुछ नहीं किया, जबकि मोदी 1 .25 अरब आबादी के नेता हैं और उनकी व्यापक लोकप्रियता है। वह विश्व की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक का प्रतिनिधित्व करते हैं और वो काफी तव्वजो पाने के हकदार हैं।