भारतीय स्टार निशानेबाज अंकुर मित्तल ने मैक्सिको के एकापुल्को में चल रहे आईएसएसएफ शॉटगन विश्वकप में कमाल का प्रदर्शन करते हुए विश्व रिकॉर्ड की बराबरी के साथ डबल ट्रैप स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। विश्वकप में यह उनके कॅरियर का पहला स्वर्ण भी है।
अंकुर ने इसी वर्ष नई दिल्ली के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में हुए आईएसएसएफ विश्वकप में रजत पदक जीता था। उन्होंने अपने प्रदर्शन को एक स्तर और उठाते हुए मैक्सिको में चल रहे विश्वकप में अब स्वर्ण पर कब्जा कर लिया है।
भारतीय निशानेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के जेम्स विलेट से हार का बदला चुकता करते हुए शीर्ष स्थान हासिल कर स्वर्ण जीता जो इस टूर्नामेंट में प्रतिनिधित्व कर रही नौ सदस्यीय भारतीय टीम का पहला पदक भी है।
हरियाणा के अंकुर ने टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को बेहतरीन शुरुआत की और क्वालिफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 150 में से 138 का स्कोर किया। क्वालीफाइंग राउंड में बराबरी के स्कोर होने के बाद उन्होंने चीन के यिंग की को शूट ऑफ में 6-5 से पराजित किया जिससे अंकुर क्वालिफाइंग में दूसरे और चीनी निशानेबाज तीसरे स्थान पर रहे।
इसके बाद छह खिलाड़यिों के ‘80 टार्गेट’ के फाइनल राउंड में अंकुर मात्र पांच बार अपने टार्गेट से चूके। वह अपने आखिरी 40 टार्गेट में से केवल दो में ही चूके और इसी के साथ उन्होंने विश्व रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली और सर्वाधिक 75 का स्कोर लेकर पहले स्थान पर रहे।
दिल्ली में हुए विश्वकप में विलेट के हाथों हार कर दूसरे स्थान पर रहे अंकुर ने इस बार अपना बदला चुकता करते हुए ऑस्ट्रेलियाई निशानेबाज को दूसरे स्थान पर रजत से संतोष करने पर मजबूर कर दिया। विलेन ने 73 का स्कोर किया जबकि चीनी खिलाड़ी यिंग को 52 के स्कोर के साथ कांस्य पदक मिला। वह 60 टार्गेट के बाद एलिमिनेट हो गए थे।