उट्स (अंकुरित अनाज) को कच्चा खाना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन अकैडमी ऑफ न्यूट्रिशन ऐंड डायटेटिक्स की एक रिसर्च इसके खतरे की ओर भी इशारा करती है। रिसर्च के अनुसार स्प्राउट्स को अंकुरित करते समय इसमें रहने वाली नमी से साल्मोनेला, ई.कोलाइ और लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। इनसे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि स्प्राउट्स को उबाल कर ही खाया जाए। इसके नुकसान के बारे में एक नजर-
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
कच्चे स्प्राउट्स में मौजूद ई.कोलाइ वायरस शरीर में जाकर यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ाते हैं।
टाइफ़ॉइड
कच्चे स्प्राउट्स में मौजूद साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया टाइफ़ॉइड की बीमारी को न्योता दे सकता है।
किडनी से जुड़ी बीमारियां
ज्यादा मात्रा में कच्चा स्प्राउट्स खाने से इसमें मौजूद लिस्टीरिया नामक बैक्टीरिया किडनी पर बुरा असर डाल सकता है। इससे किडनी डिजीज की आशंका बढ़ जाती है।
फूड पॉइजनिंग
इसमें मौजूद लिस्टीरिया नामक बैक्टीरिया फूड पॉइजनिंग की समस्या पैदा कर सकता है।
उबाल कर सेवन करें
अंकुरित पदार्थों में बैक्टीरिया आसानी से पनप जाता है, इसलिए इन्हें उबाल कर या भाप में पका कर खाना बेहतर रहता है। अगर गैसट्रिटाइटिस, डायरिया, पेस्टिक अल्सर, पैंक्रियाटाइटिस है तो अंकुरित खाद्य पदार्थों को भाप में पका कर खाएं।