बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपनी पहली हॉलीवुड मूवी ‘बेवॉच’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। प्रियंका इस फिल्म में ‘द रॉक’ नाम से मशहूर हॉलीवुड अभिनेता ड्वेन जॉनसन के साथ नजर आएंगी। अपने टीवी शो ‘क्वांटिको’ के तीसरे सीजन के साथ उनके पास एक दूसरी हॉलीवु़ड फिल्म भी है जो कि एक ट्रांसजेंडर ड्रामा है।
प्रियंका ने अपनी दूसरी हॉलीवुड फिल्म में एक सिंगल मॉम का किरदार निभाया है। एक मशहूर मैगजीन मुंबई मिरर को दिए अपने इंटरव्यू में प्रियंका ने कहा कि मैं हमेशा से कुछ अलग करने की कोशिश करती हूं। जब मैं टीवी सीरिज क्वांटिको के लिए अमेरिका आई थी तब मैं अपने पहले मैगजीन कवर के लिए, अपने पहले टॉक शो के लिए और अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म के लिए काफी एक्साइटेड थीं। प्रियंका ने कहा कि ‘क्वांटिको’ में अलेक्स पैरिश के पॉजिटिव कैरेक्टर को निभाने के बाद मैं ‘बेवॉच’ की तरह एक बड़े ग्लोबल ड्रामा में काम करना चाहती थी। उन्होने कहा कि मैं अब भी खुद को दुहराने में यकीन नहीं रखती हूं।
प्रियंका ने कहा कि वो स्टीरियोटाइप्स तोड़ना चाहती हैं और फिल्म निर्माताओं को यह बताना चाहती हैं कि वह उनके काम पर सवाल नहीं उठा सकते। प्रियंका ने आगे कहा कि जब भी मैं किसी विदेशी निर्देशक के साथ काम करती हूं तो मुझे लगता है कि मैनें अपने यहां जिन निर्देशकों के साथ काम किया है मैं उनको गौरवान्वित महसूस करा रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं हिंदी फिल्मों और मुंबई को बहुत याद करती हूं लेकिन मुझे पता है कि अभी मुझे ‘क्वांटिको’ के लिए लंबा समय देना है।
‘बेवॉच’ में निभाए गए विक्टोरिया लीड्स के अपने किरदार के बारे में बताते हुए प्रियंका ने कहा कि वह बहुत गालियां देती है। ऐसे शब्दों के इस्तेमाल को लेकर अपने एक्सपीरियंस बताते हुए प्रियंका ने कहा कि एफ-बम कहना मेरे लिए सबसे भयानक था। ऐसा पहली बार था जब मैं किसी शब्द को बोलते हुए शर्म से लाल हो गई थी। प्रियंका ने ‘बेवॉच’ में मुख्य विलेन का किरदार निभाया हुआ है।