दक्षिण भारत के सुपर स्टार रजनीकांत के राजनीति में आने की खबरें जोरो पर हैं। इसी बीच बेंगलुरु में रहने वाले रजनीकांत के भाई सत्यनारायण राव गायकवाड़ ने बताया कि रजनीकांत जुलाई माह के अंत तक राजनीति में एंट्री कर लेंगे। द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, सत्यनारायण ने कहा, “यह लोगों की चाहत है कि राजनीकांत राजनीति में आएं। उन्होंने इस बारे में अपने फैन्स से विचार करना भी शुरू कर दिया है।” सत्यनारायण ने कहा कि वह जुलाई माह में अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं।
रजनीकांत के भाई का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में रजनीकांत ने अपने फैन्स से 4 दिन चले कार्यक्रम में मुलाकात की थी। राजनीति में एंट्री करने को लेकर कोई प्रत्यक्ष रूप से संकेत तो नहीं मिले, लेकिन चर्चा काफी गर्म है। रजनीकांत ने 19 मई को कहा था कि राजनीति में अच्छे नेता मौजूद हैं, पर व्यवस्था में भ्रष्टाचार है। उन्होंने अपने फैन्स से सिस्टम में सुधार लाने और लड़ाई के लिए तैयार रहने की अपील की थी।
उन्होंने कहा था, “हमारे पास (एमके) स्टालिन, अंबुमणि (रामदास) और सीमन जैसे अच्छे नेता हैं। लेकिन जब राजनीतिक व्यवस्था ही खराब हो और लोकतंत्र में गिरावट आ गई हो तब हम क्या करें। इस व्यवस्था में बदलाव लाने की जरूरत है और लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है। तभी यह देश फलेगा-फूलेगा।” रजनीकांत ने 15 मई से 19 मई तक तमिलनाडु के 15 जिलों के फैन्स से मुलाकात की थी।
रजनी यह जोड़ना नहीं भूले थे कि “अगर में राजनीति में आया तो पैसे कमाने के लिए राजनीति में आने वालों को नहीं साथ नहीं लूंगा।” रजनीकांत ने 1996 के तमिलनाडु विधान सभा चुनाव में जयललिता के एआईएडीएमके की आलोचना को भी अपनी भूल बताया। रजनी ने कहा था कि 20 साल पहले एक राजनीतिक गठबंधन का समर्थन करके भूल की थी, वो राजनीतिक दुर्घटना की थी। माना जाता है कि रजनी की आलोचना के कारण जयललिता को चुनाव में एम करुणानिधि के डीएमके से हार का सामना करना पड़ा था।