श्रीलंका में एक आवासीय योजना का उदघाटन करने के लिए सुपरस्टार रजनीकांत की अगले महीने होने वाली द्वीप देश की यात्रा का तमिल संगठनों ने विरोध किया है। संगठनों ने कहा है कि अभिनेता को ऐसे कार्यक्रम से दूर रहना चाहिए।
विदुतलाई चिरताइगल कात्ची (वीसीके) तथा तमिक्षगा वक्षवुरिमई कात्ची (टीवीके) ने रजनीकांत से आग्रह किया कि वह नौ अप्रैल से शुरू हो रही अपनी दो दिवसीय श्रीलंका यात्रा पर नहीं जाएं। श्रीलंका में रजनीकांत का विस्थापित तमिलों को 150 से अधिक मकान सौंपने का कार्यक्रम है। वीसीके संस्थापक टी तिरमावलावन ने आरोप लगाया कि रजनीकांत को द्वीप देश में जातीय मुद्दे में शामिल करने की कोशिश की जा रही है।
टीवीके संस्थापक एवं पूर्व विधायक टी वेलमुरगन ने कहा, ऐसे समय जब तमिल श्रीलंका में जातीय हिंसा को लेकर न्याय मांग रहे हैं, रजनीकांत की यात्रा ठीक नहीं है। यह लाइका के जरिए श्रीलंका सरकार का यह दिखाने का प्रयास है कि सिंघली और तमिल मिलजुलकर रह रहे हैं।
रजनीकांत का लाइका समूह के ग्नानम फाउंडेशन द्वारा उत्तरी जाफना में विस्थापित तमिलों के लिए निर्मित मकान सौंपने का कार्यक्रम है।