महिला विश्व कप 2017 में भारत-पाकिस्तान के बीच 2 जुलाई को हाईवोल्टेज मैच खेला जाना है। भारतीय फैंस को उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में मिली करारी हार का बदला महिला टीम लेगी। वर्ल्ड कप में दोनों के बीच अबतक हुए सन् 2009 और सन् 2013 में मैच खेले गए हैं, जिनमें दोनों ही बार भारत ने बाजी मारी है। बात अगर अगर ओवरऑल वनडे की करें तो भारत ने 2005-2007 के बीच सभी 9 मैचों में पड़ोसी मुल्क को शिकस्त दी है। फैंस को इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है।
जिस तरह वर्ल्ड कप में भारत की पुरुष टीम पाकिस्तान से कभी नहीं हारी। ठीक उसी प्रकार विश्व कप में भारतीय महिलाएं भी पाकिस्तान पर हावी रही हैं। भारतीय महिला टीम इस टूर्नामेंट में जबरदस्त फॉर्म में है। भारत ने पहले दो मैचों में जबरदस्त जीत दर्ज की है। इसके साथ ही वह अंक तालिका में 2 स्थान पर हैं, जबकि पाकिस्तान की टीम अंक तालिका में सबसे पिछड़ी हुई है। उसने अब तक खेले गए दोनों ही मैचों में हार देखी है। हालांकि पाकिस्तान को हल्के में लेना टीम इंडिया की भूल साबित हो सकती है।
पाकिस्तान के पास कप्तान सना मीर के रूप में शानदार बल्लेबाज मौजूद हैं। सना ने 97 वनडे मैचों में 3.66 की शानदार इकॉनमी के साथ 106 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ 5/32 रहा। साथ ही बात अगर बल्लेबाजी की करें तो वनडे मैचों की 89 पारियों में 40.34 की स्ट्राइक के साथ 1232 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक भी जड़े हैं। वहीं आयशा जफर भी 13 मैचों में तीन बार अर्धशतक जड़ चुकी हैं। तो ऐसे में इस टीम को कमतर आंकना सही नहीं होगा।
पाकिस्तान ने बिस्माह मारूफ की जगह 25 वर्षीय इराम जावेद को अपनी टीम में शामिल किया है। उन्होंने सात एकदिवसीय मैचों में कुल 37 रन बनाए हैं और उन्हें इस दौरान तीन विकेट हासिल हुए। नैन आबिदी को उनके अबतक के प्रदर्शन को देखते हुए दरकिनार नहीं किया जा सकता। आबिदी ने 82 वनडे मैचों में 1556 रन बनाए हैं। इस दौरान 1 शतक और 8 अर्धशतक भी शामिल हैं।
हालांकि पाकिस्तान की टीम फिलहाल धीमे ओवर रेट की परेशानी से जूझ रही है। एक और मैच में ऐसी ही गलती उसकी कप्तान साना को भारी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में उन्हें एक मैच का निलम्बन भी भुगतना पड़ सकता है। इसी साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत करने वाली स्पिनर नैश्रा संधू अब भारत के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगी। टॉन्टन में उनके प्रदर्शन पर भी सबकी नजरें रहेंगी।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस विश्व कप के पहले मैच में 207 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम तीन विकेट से हार गई थी। दूसरे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ केवल 107 रन पर लुढ़ककर पाकिस्तान टीम के हौसले पस्त होते दिखाई दिए और रही सही कसर उसकी टी-20 टीम की कप्तान बिस्मा मारूफ की चोट से पूरी हो गई थी।