अपनी धारदार गेंदबाजी के लिए मशहूर भुवनेश्वर कुमार ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में नाबाद 53 रनों की पारी खेलकर हर किसी को हैरान कर दिया। उनकी और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी के कारण भारत ने श्रीलंका के जबड़े से जीत छीन ली। एक समय भारत का स्कोर 131/7 था। अकिला धनंजय की गेंदों के आगे भारतीय बल्लेबाज घुटने टेक रहे थे, जिन्होंने 54 रन देकर 6 विकेट झटके। अब भारत सीरीज में 2-0 से आगे है। भारत के पास तीसरा वनडे जीतकर यह सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है।
अपने साथी और ओपनर रोहित शर्मा के साथ एक वीडियो इंटरव्यू में भुवनेश्वर ने इस जीत पर बातचीत की। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने और धोनी ने भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। बीसीसीआई.टीवी को दिए एक वीडियो इंटरव्यू में रोहित ने भुवी से पूछा, जब आप बैटिंग करने उतरे, उस वक्त हालात आसान नहीं थे, क्या आपकी एमएस धोनी से खास बातचीत हुई थी? भुवी ने कहा, नहीं, नहीं। धोनी ने सिर्फ इतना ही कहा कि आप उसी तरह खेलो, जैसे खेलते हो। उन्होंने कहा, मैं उस तरह का बल्लेबाज हूं, जो लंबे छक्के नहीं लगा सकता, मगर जरूरत पड़ने पर रन बना सकता हूं।
उन्होंने कहा, मैं जानता था कि अगर मैं 15-20 ओवर बल्लेबाजी कर लूंगा, तो मैच जीतने के आसार हैं। दिलचस्प बात है कि भुवी अकिला धनंजय से ज्यादा लसिथ मलिंगा को लेकर चिंतित थे। उन्होंने कहा, वह आईपीएल के दौरान मलिंगा की धीमी गेंदों को खेलने में नाकाम रहे थे, इसलिए मैं और ज्यादा टेंशन में था। 27 साल के भुवी ने 69 वनडे मैचों में 38.97 की औसत से 70 विकेट झटके हैं। उन्होंने इस दौरान अपनी गेंदबाजी पर भी बात की। उन्होंने कहा, मैं स्थितियों का पूरा फायदा उठना चाहता हूं। मझे आखिरी के दौर मैचों में विकेट नहीं मिले, लेकिन जिस तरह मैं गेंदबाजी कर रहा हूं, उससे खुश हूं।