Sunday, May 19, 2024
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ये तरीकों को अपनाएंगे तो नहीं होंगे कभी डिप्रेशन के मरीज, जानिए…

SI News Today

विश्व स्वास्थ्य संगठन की अपील पर हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस यानी कि वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य पूरे विश्व में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूक करना है। इस साल विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा रखा गया है। मानसिक स्वास्थ्य में विकार होने की समस्या विश्व की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। आजकल की जीवनशैली में तनाव, अवसाद जैसी मानसिक बीमारियां तेजी से लोगों को अपना शिकार बनाती जा रही हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट की मानें तो आज की तारीख में मानसिक रोग से पीड़ित रोगियों की संख्या तकरीबन 450 मिलियन है। भारत की बात करें तो यहां भी तकरीबन 1.5 मिलियन व्यक्ति गंभीर मानसिक समस्या से पीड़ित हैं। मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति की सोचने, समझने और काम करने की क्षमता बुरी तरह से प्रभावित होती है। इस वजह से वह समाज में उपेक्षित भी रहता है। कई बार इसी वजह से उसकी मृत्यु भी हो जाती है। अपने आस-पास के माहौल की वजह से उत्पन्न चिंता, अकेलापन, किसी तरह का दबाव, कोई दुर्घटना, हिंसा, बलात्कार, मस्तिष्क पर चोट या फिर मादक द्रव्यों का अधिक मात्रा में सेवन आदि कई कारणों से मानसिक विकृतियां जन्म लोती हैं।

अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव कर इस समस्या को रोकने की कोशिश की जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज की जीवनशैली की वजह से ही मानसिक विकारों का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ उपाय बताने वाले हैं जिनका इस्तेमाल कर आप अवसाद और तनाव से दूर रह सकेंगे।

पर्याप्त नींद लें – दिमाग को आराम देने और स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना आवश्यक है। जब हम अच्छी और पर्याप्त नींद लेते हैं तो हम तनाव पर अच्छी तरह काबू पा सकते हैं, ध्‍यान केंद्रित कर पाते हैं और सकारात्मक सोच पाते हैं। सामान्य व्यक्ति को कम से कम 6-7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। इससे कम सोने वाले लोगों पर मानसिक बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है।

सोच को रखें सकारात्मक – किसी भी काम के रिजल्ट को लेकर कभी परेशान न हों। हमेशा सकारात्मक सोच रखते हुए फायदा और नुकसान दोनों को स्वीकारने की प्रवृत्ति रखें। साथ ही साथ नकारात्मक सोच वाले लोगों से दूर रहने की कोशिश करें।

अपना शौक जरूर पूरा करें – जिंदगी में आप चाहे जो कुछ भी कर रहें हों, उन कामों के लिए समय जरूर निकालें जिनका आपको शौक हो। ऐसा करने से आप मानसिक रूप से भी खुद को तरोताजा महसूस करते हैं। मस्तिष्क में फील गुड हार्मोन का स्त्राव होता है जिससे आपकी मेंटल हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं।

काम को लेकर तनाव न रखें – अगर आप ऑफिस के कामों को लेकर तनाव में रहते हैं तो इसके लिए आप ऐसे कुछ उपाय आजमा सकते हैं, जैसे कि दिए गए काम को बिना आलस के तय समयसीमा में खत्म करने की कोशिश करें। प्राथमिकताओं के हिसाब से कामों को पूरा करने की कोशिश करें। इससे तनाव कम होगा और आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ेगी।

पढ़ाई को लेकर हौव्वा न बनाएं – आजकल बच्चों में तनाव के हैरतअंगेज मामले देखने को मिल रहे हैं। पढ़ाई और कंपटीशन का बढ़ता बोझ उनकी जिंदगी को भार बनाता जा रहा है। ऐसे में वे मानसिक रोगों की चपेट में तेजी से आते जा रहे हैं। उनके लिए भी जरूरी है कि पढ़ाई को लेकर ज्यादा तनाव न लें। विषयों को समझकर पढ़ने की कोशिश करें। जरूरत पड़ने पर शिक्षक की मदद लें। परीक्षा में नंबर ज्यादा लाने की बजाय अपनी पढ़ाई की गुणवत्ता पर जोर दें।

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