एक नये अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि दिन में तीन घंटे से अधिक समय तक टीवी, स्मार्टफोन या टैबलेट का इस्तेमाल करने वाले बच्चों को मधुमेह (डायबिटीज) का खतरा अधिक हो सकता है. अध्ययन के शोधार्थियों का कहना है कि तीन अथवा तीन घंटे से अधिक समय तक टीवी या फोन की स्क्रीन देखने का संबंध ऐसे कारकों से हैं, जो बच्चों में मधुमेह के विकास से जुड़े हुये हैं.
अधिक देर तक टीवी या मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताने से शरीर में वसा एवं इंसुलिन की प्रतिरोध क्षमता का संतुलन बिगड़ जाता है. अग्नाशय द्वारा तैयार किए जाने वाले हार्मोन इन्सुलिन का कार्य रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना होता है.
शोधार्थियों ने चयापचय (मैटाबॉलिजम) एवं कार्डियोवैस्कुलर (हृदय तथा रक्तवाहिकाओं संबंधी) जोखिम की श्रंखला के अध्ययन के लिये ब्रिटेन के 200 प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौ-10 साल के करीब 4,500 बच्चों के नमूने एकत्रित किये.
जिन कारकों का अध्ययन किया गया उनमें रक्त वसा, इंसुलिन प्रतिरोध, भूखे रहने पर रक्त शर्करा का स्तर, जलन पैदा करने वाले रसायन, रक्तचाप और शरीर की वसा आदि थे. बच्चों से प्रतिदिन टीवी अथवा कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन पर बिताने वाले समय के बारे में पूछा गया था.