विवादित इस्लामिक प्रचारक और इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक ज़ाकिर नाइक को नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने नोटिस जारी कर 14 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे पहले ईडी ने आज सुबह ज़ाकिर की बहन नाइला नूरानी से भी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में पूछताछ की थी.
एनआईए का ये नोटिस ज़ाकिर के भाई मोहम्मद अब्दुल करीम नाइक ने रिसीव किया है. ज़ाकिर इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के फाउंडिंग मेंबर हैं और पीस टीवी जैसे 17 देशों में प्रसारित होने वाले 5 और चैनलों के बोर्ड मेंबर हैं. मनी लॉन्ड्रिंग कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत नाइला का बयान दर्ज कराया गया है. ईडी ने पिछले साल दिसंबर में नाइक और उनके कई कथित करीबियों के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया था. एजेंसी ने यह मामला गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत एनआईए की शिकायत का संज्ञान लेने के बाद दर्ज किया था.
क्या है मामला
ईडी ने ज़ाकिर की संस्था के अकाउंट की छानबीन के दौरान 200 करोड़ रुपए की हेर-फेर का शक ज़ाहिर किया है. इसमें से 50 करोड़ ज़ाकिर की बहन नाइला के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया गया था. इसके अलावा इस रकम का बाकी हिस्सा भी ऐसी 5 कंपनियों के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया था जिसकी डायरेक्टर्स में ज़ाकिर, ज़ाकिर की पत्नी फरहत ज़ाकिर नाइक और बहन नाइला शामिल हैं.
ईडी और एनआईए फ़िलहाल नाइक और उनकी संस्था से जुड़े 25 बैंक अकाउंट्स की जांच कर रही हैं.एजेंसी ने हाल में इस मामले में नाइक के करीबी सहयोगी आमिर गजदार को गिरफ्तार किया था. एजेंसी ने इससे पहले नाइक के खिलाफ आतंक रोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज किया था. उनके खिलाफ विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच शत्रुता को प्रोत्साहन देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.