जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर उप-चुनाव के दौरान एक कश्मीरी नागरिक को सेना द्वारा मानव ढाल बनाए जाने पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिए हैं कि जीप से बांधे गए फारुक अहमद डार को बतौर ‘हर्जाना’ 10 लाख रुपए की राशि दी जाए। गौरतलब है कि सेना व सरकार ने उस मेजर का समर्थन और सम्मान किया था, जिसने कश्मीरी युवक को मानव ढाल बनाया। राज्य मानवाधिकार आयोग के इसी फैसले पर हिंदी न्यूज चैनल आज तक पर एक डिबेट का कार्यक्रम रखा गया। शो में बीजेपी की तरफ से पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा मौजूद थे तो एसएचआरसी के फैसले के पक्ष में अपनी राय रखने के लिए कश्मीरी वकील शबनम लोन कार्यक्रम से जुड़ी थी।
शबनम लोन और संबित पात्रा के बीच बहस इतनी गरम हो गई कि बीजेपी प्रवक्ता ने कश्मीरी वकील को गद्दार तक कह दिया। संबित पात्रा ने कहा कि भले ही एसएचआरसी का फैसला कुछ भी हो लेकिन बीजेपी आज भी मेजर गोगोई के साथ है और मैं उनके द्वारा किये गए इस काम के लिए उन्हें सैल्यूट करता हूं। पात्रा को ये बोलता देख शबनम लोन भड़क उठीं और बीच में बोलने लगीं। बीच में लोन को बोलता देख संबित भी चिढ़ गए और बोल बैठे कि मैडम यहां डिबेट शो में आपकी पत्थरबाजी नहीं चलेगी। शबनम लोन भी गुस्से में लाल हो गईं और बीजेपी प्रवक्ता से बोल पड़ीं कि आपकी हिम्मत कैसे हुई कि आप कोर्ट के फैसले का निरादर कर रहे हो। दोनों के बीच बहस को बढ़ता देख किसी तरह शो की एंकर ने मामला संभाला।