Monday, December 2, 2024
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गैंग रेप मामले में पकड़े गए यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ी

SI News Today

गैंग रेप के मामले में पकड़े जाने के बाद जेल में बंद उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के लिए आने वाले दिन परेशानियां और बढ़ाने वाले साबित होंगे. उनके खिलाफ लोकायुक्त के पास दर्ज अवैध खनन के मामले में कार्रवाई तेज होने के आसार हैं. अवैध खनन के मामले की शिकायत करने वालीं  डॉ नूतन ठाकुर ने गुरुवार को लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से मुलाकात की. उन्होंने गायत्री प्रजापति के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. इस पर जस्टिस संजय मिश्रा ने उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.

डॉ नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से मुलाकात की. उन्होंने उनसे गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ पेश की गई शिकायत पर शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया. डॉ ठाकुर का कहना है कि वे इस मामले में कुछ नए साक्ष्य भी प्रस्तुत करेंगी. इस पर लोकायुक्त ने खुद पूरे मामले को देखकर जल्द ही आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. डॉ ठाकुर ने दिसंबर 2014 में गायत्री प्रजापति के अवैध खनन के मामले में शिकायत दी थी. शिकायत में कहा गया है कि प्रजापति ने पूरे उत्तर प्रदेश में अवैध खनन के मार्फत अकूत संपत्ति बनाई है.

लोकायुक्त को की गई शिकायत के मुताबिक गायत्री ने अपनी पत्नी महाराजी, दो पुत्र अनिल व अनुराग, दो पुत्री सुधा व अंकिता, रिश्तेदारों, निकट सहयोगी जैसे विकास वर्मा, पिंटू यादव, पिंटू सिंह, ड्राइवर राम सहाय व रामराज तथा डिसेंट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, लाइफ क्योर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड, एमजी कॉलोनाइजर, शुभांग एक्सपोर्ट, ड्रीम डेस्टिनेशन इन्फ्रा-लैंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, पावनी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड तथा वैष्णो इन्फ्राहाइट्स जैसी कंपनियों के नाम पर संपत्ति बनाई है.

तत्कालीन लोकायुक्त जस्टिस एनके महरोत्रा द्वारा परिवाद खारिज किए जाने पर डॉ नूतन ठाकुर ने इसे इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती देकर एसआईटी जांच की मांग की थी. हाल में उन्होंने इस परिवाद की दोबारा जांच के लिए लोकायुक्त को आवेदन दिया था.

सपा प्रमुख मुलायम सिंह के करीबी रहे यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति फिलहाल जेल में हैं. सामूहिक बलात्कार के मामले में उन्हें गिरफ्तार क्या गया है. अवैध खनन के मामले में जांच में तेजी आते ही उनके लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी.

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