भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओडिशा राज्य स्थित एक एटीएम मशीन में बिना एटीएम कार्ड लगाए पैसे निकलने लगे। जिसके बाद बैंक की ओर से मशीन के फॉरेंसिक ऑडिट के आदेश दिए गए हैं। यह अकेला मामला नहीं है। इसी तरह पूरे देश में अलग-अलग बैंकों से जुड़े करीब 10 मशीनों से पैसे निकलने की घटना सामने आई। एटीएम से पैसे निकलने की इस घटना में स्थानीय स्तर पर हैकिंग होने की आशंका जताई जा रही है। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि फॉरेंसिक ऑडिट जारी है और हम पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सॉफ्टवेयर मालफंक्शन के कारण सिस्टम में समस्या आई है।
वहीं, एक्सपर्ट्स का मानना है कि लैपटाप या मोबाइल फोन जैसी डिवाइस को एटीएम डिस्पेंसर के यूएसबी पोर्ट से जोड़कर संक्रमित फाइल या वायरस डाला गया जिससे मशीन में गड़बड़ी आ गई। ओडिशा के अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में गड़बड़ी के यह मामले सामने आए हैं। एटीएम मेन्टेनेंस करने वाली कंपनी का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस तरह से 10 एटीएम प्रभावित हुए हैं। आरबीआई को इस घटना से वाकिफ है और बैंकों को मशीनों की सुरक्षा के लिए जरुरी कदम उठाने के लिए कहा जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक बिना कार्ड स्वैपिंग के नोट उगलने से बहुत नुकसान नहीं हुआ, लेकिन एसबीआई इस मामले की जड़ तक जाना चाहता है। अधिकारियों का कहना है कि इससे बहुत बड़ा नुकसान नहीं हुआ क्योंकि एक एटीएम में अक्सर 10 लाख रुपए के कम ही होता है और इसका किसी भी ग्राहक के अकाउंट पर भी प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ा है क्योंकि मशीन बिगड़ने के बाद कोई एक भी कार्ड स्वाइप नहीं हुआ। गौरतलब है कि एटीएम से जुड़ीं गड़बड़ियों के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। नोटबंदी के दौरान एटीएम मशीनों में गड़बड़ी की कई मामले सामने आए।