अफ्रीकी मूल के लोगों पर हो रहे नस्लीय हमलों का मुद्दा आज संसद में भी गूंजा। राज्यसभा में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सांसदों ने इस मुद्दों को उठाया। कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले नस्लभेदी थे। वहीं विदेश मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अभी ये कहना उचित नहीं होगा कि ये हमला नस्लभेदी थे। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद ही ये बात साफ हो पाएगी।
विदेश मंत्री ने कहा कि घटना के बाद से ही केन्द्र और वहां की राज्य सरकार हालात पर नजर बनाए हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष कार्रवाई के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्ण भरोसा दिलाया है। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में रिपोर्ट भी मांगी है।
वहीं नाइजीरिया में मीडिया की खबरों के मुताबिक, नाइजीरिया सरकार ने भारतीय राजदूत को समन भेजा है। वहीं मामले की पड़ताल के लिए नाइजीरिया दूतावास से तीन सदस्यों का दल मंगलवार को कासना कोतवाली भी भेजा था। यहां उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की।
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा के ग्रेनो के एनएसजी सोसायटी में रहनेवाला मनीष घर के सामने से गायब हो गया था। अगले दिन वह नशे की हालत में घर लौटा। खून की उल्टियां होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने पड़ोस में रहने वाले पांच नाइजीरियाई युवकों पर अपहरण कर नशीले इंजेक्शन देने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया। उसके बाद मामला तूल पकड़ते गया।
वहीं H1B वीजा पर सुषमा स्वराज ने कहा कि अभी तक किसी नीति की घोषणा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। सुषमा ने कहा कि अभी तक किसी भारतीय ने नौकरी नहीं गंवाई है।