पश्चिम बंगाल सरकार के कोलकाता स्थित सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे वामपंथी पार्टियों के कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हुई है। सीपीएम समेत अन्य वामपंथियों पार्टियों के कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार की कथित किसान विरोधी नीतियों का विरोध कर रहे थे। पुलिस ने वामपंथी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए लाठी चार्च की और आंसू गैस के गोले छोड़े। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सेंट्रल कोलकाता में करीब दो हजार पुलिस वाले तैनात किए गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार लेफ्ट फ्रंट ने ममता बनर्जी की किसान नीति और राज्य में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। रिपोर्ट के अनुसार वामपंथी दलों ने राज्य के सचिवालय नबान्ना भवन के बाहर चार लाख कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है।
सीपीएम के ट्विटर हैंडल से किए ट्वीट में कहा गया है कि कोलकाता के सड़कों पर लाखों कार्यकर्ता अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए उतरे हैं।