पश्चिम बंगाल के पूर्वी वर्द्धमान जिले के दैहात स्टेशन के पास चलती हुई एक ईएमयू ट्रेन के ड्राइवर की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इससे वह इंजन में ही अचेत होकर गिर गया लेकिन गनीमत रही कि उसी ड्राइवर ने गिरने से पहले ट्रेन रोक दी। इससे सैंकड़ो यात्री बाल-बाल बच गए। पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता आर एन महापात्र ने बताया कि जब मोटरमैन को तबीयत सही नहीं लगी तो उसने ट्रेन को तत्काल रोक दिया जिससे यात्री बच गये।
उन्होंने कहा, ‘‘ड्राइवर को बेचैनी हुई और वह अपने केबिन में गिर गया जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई और वह अचेत हो गया।’’ प्रवक्ता ने बताया, ‘‘हावड़ा-कटवा लोकल के चालक आई हलधर को जब तबीयत सही नहीं लगी तो उसने सुबह 11:12 बजे के आसपास दैहात स्टेशन निकलते ही ट्रेन को रोक दिया।’’ बाद में ट्रेन के गार्ड और कुछ यात्रियों की मदद से ड्राइवर को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महापात्र ने बताया कि बाद में ट्रेन नये ड्राइवर और गार्ड के साथ आगे रवाना हुई। घटना की वजह से दो ईएमयू लोकल ट्रेनें देरी से चलीं। रेलवे ने मामले में जांच शुरू कर दी गयी है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में रेलवे में हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। तीन दिन पहले ही मुंबई के एल्फिन्स्टन रोड स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने से 23 यात्रियों की मौत हो गई थी जबकि करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे। उससे पहले कई बार ट्रेनें बेपटरी हुई हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास भी रांची राजधानी एक्सप्रेस बेपटरी हुई थीं। इसके अलावा रेलवे के अंदर खान-पान सुविधा भी बेपटरी हो चली है। रविवार (01 अक्टूबर) को ही पूर्व रेल मंत्री और टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने प्रीमियम ट्रेन शताब्दी में मिलने वाले नींबू पानी में काई जमी होने का वीडियो साझा कर रेलवे की पोल खोली थी।