Friday, July 26, 2024
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भारत को पाकिस्तान के खिलाफ ‘सख्त कार्रवाई’ की तैयारी करनी चाहिए-सुब्रमण्‍यम स्‍वामी

SI News Today

भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आज कहा कि यदि कुलभूषण जाधव को फांसी दी जाती है तो भारत को पाकिस्तान के खिलाफ ‘सख्त कार्रवाई’ की तैयारी करनी चाहिए और उसे इसके बुरे अंजाम की चेतावनी देनी चाहिए। स्वामी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी करनी चाहिए। आज, हमें चेतावनी देनी चाहिए कि यदि जाधव को फांसी दी गई तो इसके बुरे अंजाम होंगे।’’ उन्होंने कहा कि भारत को यह ‘गलत अवधारणा’ छोड़ देनी चाहिए कि देश में हिंदू – मुसलमान एकता के लिए भारत…पाकिस्तान मैत्री जरूरी है। पाकिस्तान में जासूसी एवं विध्वंसक गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर जाधव की फांसी को पाक सेना प्रमुख द्वारा मंजूरी दिए जाने की प्रतिक्रिया में स्वामी की टिप्पणी आई है। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को ‘जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों’ में दोषी पाये जाने के बाद उसे मौत की सजा सुनायी है। भारत ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे ‘‘पूर्व नियोजित हत्या’’ का मामला बताकर पाकिस्तान को आगाह किया है।

सुनवाई की जिस कार्यवाही की वजह से जाधव को मौत की सुनाइ गई, उसे भी भारत ने ‘‘दिखावटी’’ करार दिया। वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा कि जाधव को दी गयी यह सजा देश के खिलाफ ‘‘साजिश’’ करने वालों के लिये चेतावनी की तरह देखी जानी चाहिये। कोर्ट मार्शल में भारतीय नौसेना के 46 वर्षीय पूर्व अधिकारी की मौत की सजा पर आज पाकिस्तानी सेना के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी मुहर लगा दी और माना जा रहा है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा पिछले साल पठानकोट और उरी पर किये गये हमलों से पहले ही तनावपूर्ण चल रहे दोनों देशों के रिश्तों में इस कदम से और कड़वाहट आयेगी।

सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) द्वारा जारी बयान में कहा गया कि फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम) द्वारा ‘‘सभी आरोपों में’’ दोषी पाये जाने के बाद 46 वर्षीय जाधव को दी गयी मौत की सजा की सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी पुष्टि कर दी है। कोर्ट मार्शल की कार्रवाई आम लोगों के लिये बंद थी और जाधव को वाणिज्य दूतावास से संपर्क भी नहीं करने दिया गया। इसमें कहा गया, ‘‘जासूस पर पाकिस्तान आर्मी एक्ट (पीएए) के तहत फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम) के जरिये मुकदमा चला और उसे मौत की सजा सुनायी गयी। एफजीसीएम द्वारा सुनायी गयी मौत की सजा पर आज सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी मुहर लगा दी।’’

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