केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ कोलकाता की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट कोर्ट में उपस्थित ना होने के चलते जारी किया गया है। तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने सुप्रियो के खिलाफ महिला गरिमा को अपमानित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि राष्ट्रीय टीवी पर कार्यक्रम में बाबुल सुप्रियो ने उन्हें अपमानित किया। अपनी शिकायत में उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सुप्रियो ने स्थानीय शराब के नाम से उनका नाम जोड़ा और उनका मजाक उड़ाना चाहा। इस पर चार जनवरी को मामला दर्ज किया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम की फुटेज सबमिट की गई है। पुलिस ने कोलकाता कोर्ट में मामले में चार्जशीट भी दायर कर दी है।
इस केस के बारे में बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, ”मेरे खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है क्योंकि मोहुआ मित्रा को कहाकि ‘मोहुआ क्या तुम मोहुआ’ जबकि वह मेरे और नमो के खिलाफ विष उगल रही थी।” अधिकारी ने बताया, ”हमने बाबुल सुप्रियो के खिलाफ अलीपुर कोर्ट में कल(9 मार्च) को चार्जशीट दाखिल की। उन्हें तीन बार बुलाया गया लेकिन वे नहीं आए।” टीएमसी नेता मोइत्रा ने कहा था, ”मेरे व्यक्तव्य के दौरान बाबुल सुप्रियो ने कहा कि, ‘महुआ क्या तुम महुआ हो? मुझे जवाब देने का मौका ही नहीं मिला। मुझे कानून व्यवस्था में विश्वास है।” उस समय सिंगर और राजनेता बाबुल सुप्रियो ने कहा था, ”यह उसका हक है। वह एफआईआर दर्ज करा सकती है। वह बचपना कर रही है।” बाबुल सुप्रियो केंद्र में भारी उद्योग राज्य मंत्री हैं। वह आसनसोल से सांसद चुने गए हैं और पहली बार संसद पहुंचे हैं।
इससे पहले बाबुल सुप्रियो ने टीएमसी सांसदों सौगत रॉय, तापस पॉल और महुआ मोइत्रा के खिलाफ रोज वैली पूंजी घोटाले में मानहानि का केस किया था। टीएमसी सुप्रियो के खिलाफ जांच की मांग कर रही है। इस मामले में सुदीप बंद्योपध्याय और तापस पॉल को गिरफ्तार किया जा चुका है।