प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (25 सितंबर को) नई दिल्ली में प्रधानमंत्री बिजली सहज हर घर योजना- सौभाग्य की शुरुआत की। इसके तहत देशभर के गरीबों को सस्ती बिजली मुहैया कराई जाएगी। योजना के मुताबिक 31 मार्च 2019 तक हर घर तक बिजली पहुंचाकर उन्हें रौशन करना है। इसके अलावा हर घर को 5 एलईडी बल्ब, एक पंखा और एक बैटरी देने की योजना है। इस योजना से शहर और गांवों के गरीबों को फायदा मिलेगा। योजना के मुताबिक बिजली उपकरणों के मरम्मत का खर्च भी पांच साल तक सरकार उठाएगी। इस योजना पर कुल 16 हजार 320 करोड़ रुपये खर्च होंगे। फिलहाल सरकार ने इसके लिए 12 हजार 320 करोड़ रुपये बजटीय आवंटन किया है। इस महत्वाकांक्षी योजना से तीन करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।
सौभाग्य योजना के लिए केंद्र सरकार से 60 फीसदी अनुदान मिलेगा जबकि राज्यों को 10 फीसदी लगाना होगा और शेष 30 फीसदी राशि बैंकों से बतौर ऋण लेने होंगे। विशेष राज्यों के लिए केंद्र सरकार योजना का 85 फीसदी अनुदान देगी जबकि उसे अपने मद से मात्र 5 फीसदी लगाने होंगे और बैंकों से सिर्फ 10 फीसदी ही कर्ज लेने होंगे। यह योजना केंद्र और राज्यों के सहयोग से क्रियान्वित होगी। सौभाग्य योजना में जिन राज्यों पर जोर दिया गया है उनमें, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर, पूर्वोत्तर के राज्य और राजस्थान शामिल हैं।
सुदूरवर्ती और दुर्गम इलाकों में गैर विद्युतीकृत हरेक घर को बैट्री समेत 200 से 300 WP का सोलर पावर पैक दिया जाएगा, जिसमें 5 एलईडी बल्ब, एक डीसी पंखा, एक डीसी पावर प्लग दिया जाएगा। इन उपकरणों का मरम्मत पांच वर्षों तक मुफ्त किया जाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री ने ओएनजीसी के दीनदयाल ऊर्जा भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर पट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह भी मौजूद थे। आरके सिंह ने कहा कि सौभाग्य योजना में बड़े पैमाने पर नौजवानों को रोजगार भी दिया जाएगा।
सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन के लिए 2011 की सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना के आधार पर लाभान्वितों की पहचान की जाएगी। जो लोग इस जनगणना में शामिल नहीं हैं, उन्हें 500 रुपये में कनेक्शन दिया जाएगा। 500 रुपये भी दस किश्तों में वसूला जाएगा। योजना के मुताबिक घर के मुखिया की फोटो खींची जाएगी। घर में एक एलईडी बल्ब और मोबाइल चार्जर का कनेक्शन भी दिया जाएगा।