वीवीआईपी कल्चर की प्रतीक गाड़ियों पर लगने वाली लाल बत्ती पर मोदी सरकार ने कड़ा प्रहार किया है। बुधवार (19 अप्रैल) को मोदी सरकार ने इस VIP कल्चर को खत्म करने का फैसला लेते हुए लाल बत्ती पर रोक लगा दी है। एक मई से लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। केंद्रीय कैबिनट ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है। जो लोग लाल बत्ती लगा सकेंगे उसमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और लोक सभा के स्पीकर का नाम शामिल हैं।
पिछले हफ्ते पीएमओ ने इस मामले पर बात करने के लिए एक मीटिंग भी बुलाई थी। लगाए बैन के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य के कैबिनेट मंत्री, ब्यूरोक्रेट और सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज भी शामिल हैं।
बता दें कि सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लाल बत्ती को खत्म करने का फैसला किया था। आप के किसी मंत्री को भी लाल बत्ती की गाड़ी का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई थी। उसके बाद विधान सभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज करने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लाल बत्ती पर रोक लगाई। उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भी ऐसा ही किया।