दुनिया में सबसे ज्यादा समय तक सेवा देने वाला विमान वाहक पोत आईएनएस विराट सोमवार शाम को रिटायर हो जाएगा। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की मौजूदगी में मुंबई में आयोजित होने वाले एक समारोह में आईएनएस विराट को भव्य विदाई दी जाएगी। लगभग 57 सालों तक सेवाएं देने वाले इस पोत ने तीन दशकों तक भारतीय नौसेना को अपनी सेवाएं दीं और देश को सुरक्षित रखने में अहम योगदान दिया।
लगभग 24 हजार टन वजन वाला आईएनएस विराट उन्नत किस्म का विमान वाहक पोत है जिसका निर्माण 1943 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किया गया था। इसकी लंबाई 743 फुट और चौड़ाई 160 फुट है। भारतीय नौसेना में 30 सालों तक सेवाएं देने से पहले, आईएनएस विराट 27 सालों तक ब्रिटेन के रॉयल नेवी के पास था।
एचएमएस हर्मीस के नाम से पहचाने जाने वाला पोत 1959 से रॉयल नेवी की सेवा में था। 1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छह करोड़ डॉलर में खरीदा था और 12 मई 1987 को सेवा में शामिल किया। नौसेना में शामिल होने से पहले विराट ने 1982 के ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बीच फॉकलैंड युद्ध में भाग लिया था। INS विराट ने कई बड़े मिशन में भाग लिया। इनमें जूपिटर मिशन और पराक्रम मिशन महत्त्वपूर्ण हैं।
आईएनएस विराट ने कई बार तनावपूर्ण स्थितियों में देश को सुरक्षा प्रदान करने का काम किया। आईएनएस विराट को सेवा से हटाए जाने के बाद नौसेना के पास दो विमान वाहक पोत कम हो जाएंगे क्योंकि आईएनएस विक्रांत को पहले ही सेवा से हटाया जा चुका है। हालांकि अभी आईएनएस विराट के भविष्य को लेकर कोई फैसला आधिकारिक तौर पर नहीं लिया गया है, पर संभावना है कि उसे म्यूजियम या होटल में तब्दील कर दिया जाए।