भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बंटवारे के वक्त सिंध के पाकिस्तान में चले जाने पर दुख जाहिर किया है। दिल्ली में इंडिया फाउंडेशन प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि सिंध आज भारत का हिस्सा नहीं है इसका मुझे गहरा दुख हैं।
दअरसल, सिंध उनकी जन्मभूमि है और बचपन बीतने के चलते उनकी यादें वहां से जुड़ी हुई हैं। इसलिए वे अक्सर अपनी बातों में सिंध का जिक्र करते हैं। इस बीच उन्होंने इशारों-इशारों में पाकिस्तान से संबंध सुधारने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि वे किसी देश का नाम नहीं लेना चाहूते, लेकिन एशिया में भी कई देश हैं जिनके साथ संबंध सहज हो जाएं तो उन्हें खुशी होगी।’