हैदराबाद में एक छात्र को क्लास में सोते हुए टीचर की तस्वीर खींचना काफी महंगा पढ़ गया। छात्र को तस्वीर खींचने की सजा इतनी बड़ी दी गई है कि शायद किसी पेशेवर अपराधी को भी ऐसी सजा ना जाती। घटना महबूबनगर के मिदजिल जिला परिषद हाईस्कूल की है। जहां 10वीं क्लास के छात्र ने पढ़ाई के दौरान सो रहे गणित टीचर की तस्वीर खींच ली थी। जिसके बाद छात्र की वॉलीबॉल पोस्ट से बांधकर बुरी तरह पिटाई की गई। हैरान कर देने वाली इस घटना में खुद दो पुलिसकर्मियों ने छात्र को बुरी तरह पीटा। इसमें एक सब इंस्पेक्टर भी शामिल था। जानकारी के अनुसार स्कूल के कुछ शिक्षकों की शिकायत पर ही पुलिसकर्मियों ने छात्र के साथ मारपीट की। छात्र के पूरे शरीर में चोट के निशान बताए जाते हैं। वहीं महबूबनगर पुलिस ने छात्र के साथ मारपीट मामले में पुलिसकर्मियों के शामिल होने पर इंकार किया है। इस दौरान पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि छात्र स्कूल में शराब पीता था।
गौरतलब है कि कथित तौर पर छात्र के साथ मारपीट की घटना 27 जुलाई (2017) की है। वहीं मामले में संज्ञान लेने के बाद महबूबनगर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) बलाला हक्कुला संगम ने आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि क्लास में सोते टीचर की तस्वीर सामने आने पर स्कूल के शिक्षकों ने छात्र को प्रताड़ित करने के लिए सब इंस्पेक्टर सैदुलू और एएसआई जहांगीर से संपर्क किया। जिसके बाद बीते शनिवार को छात्र को स्टिक रॉड से बुरी तरह पीटा गया। घटना के बाद छात्र ने गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) से संपर्क कर घटना की पूरी जानकारी दी है। इस दौरान छात्र ने बताया कि स्टिक रॉड से उसके साथ मारपीट की गई। छात्र ने आगे बताया कि जब थाने में इसकी शिकायत करने की कोशिश की उसे धमकी दी गई और भद्दी गालियां दी गईं। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने छात्र का मोबाइल भी छीन लिया।
दूसरी तरफ घटना के बाद एनजीओ ने दोनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की है। हालांकि महबूबनगर की एसपी रीमा राजेश्वरी ने कहा कि एनजीओ की तरफ से पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। लेकिन छात्र पर स्कूल में शराब ले जाने का आरोप भी है। इसलिए छात्र को गतिविधियों को लेकर भी उससे पूछताछ की जाएगी। मामले में पूरी जांच के बाद ही कोई फैसला किया जा सकता है।