आईआईटी दिल्ली के एक 19 वर्षीय छात्र ने होस्टल की छत से कूदकर कल सुबह कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की. वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं करना चाहता था इसलिए अवसाद में था.
छात्र की पैर की हड्डी टूटी
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंजीनियरिंग फिजिक्स के प्रथम वर्ष के छात्र नीतीश कुमार पुरथी को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. अधिकारी ने बताया कि उसने विंध्याचल होस्टल के चौथे माले से छलांग लगा दी. उसके पैरों की हड्डी टूट गई है.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं करना चाहता था छात्र
अधिकारी ने बताया कि वह अवसाद में था क्योंकि वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं करना चाहता था. उसका रूममेट उसे सीढ़ियों से नीचे ले जा रहा था. उसका रूममेट मदद के लिए सुरक्षा गार्ड को बुलाने गया तो इसी बीच नीतीश चौथी मंजिल की छत पर पहुंच गया और वहां से उसने छलांग लगा दी.
आईआईटी रूड़की ने लड़कियों के छात्रावास से जुड़े प्रतिबंध हटाए
आईआईटी रूड़की ने लड़कियों के छात्रावास के लिए लागू प्रतिबंधों को हटा लिया है और इस तरह लड़कों और लड़कियों के छात्रावासों के लिए समान नियम लागू हो गया है. यह फैसला ऐसे समय में किया गया है जब देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में छात्राएं छात्रावासों के विभिन्न नियमों में भेदभाव का आरोप लगाती रही हैं और प्रतिबंधों को हटाने की मांग करती रही हैं. आईआईटी रूड़की के निदेशक ए के चतुर्वेदी ने बताया, ‘छात्राएं लंबे समय से इस बात की मांग करती रही हैं और हमने प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है. लड़कों की तरह लड़कियां भी अब अपने छात्रावास से निकलकर 24 घंटों में कभी भी परिसर में घूम सकेंगी.’