एक क्लर्क को गुजरात के गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा पर जूता फेंकने के कुछ दिन बाद सेवा नियमों के उल्लंघन के लिए बर्खास्त कर दिया गया. घटना के वक्त अहमदाबाद कलक्टरेट के तहत धांधुका तालुका सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के कार्यालय में तैनात गोपाल इतालिया को सेवा नियमों के उल्लंघन के लिए बर्खास्त कर दिया गया. कलक्टरेट के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह बताया.
घटना 2 मार्च को गांधीनगर में गुजरात विधानसभा भवन के आम प्रवेश द्वार के बाहर हुई थी. इतालिया ने ‘भ्रष्टाचार मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और मीडिया को संबोधित करने जा रहे मंत्री की तरफ जूता फेंका. हालांकि, जूता उन्हें नहीं लगा.
अधिकारी के मुताबिक इतालिया को हटा दिया गया, क्योंकि वह ‘नियत वेतन’ वाले कर्मचारी थे और राज्य सरकार के नियमित ग्रेड कर्मचारी नहीं थे. उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार ने इतालिया को सेवा नियमों के उल्लंघन के लिए बर्खास्त कर दिया. चूंकि इतालिया धांधुका एसडीएम कार्यालय में नियत वेतन पर काम करने वाले कर्मचारी थे इसलिए उन्हें निलंबन की बजाए सीधे हटा दिया गया.’ जनवरी में अहमदाबाद अपराध शाखा ने इतालिया को कथित तौर पर पुलिस कांस्टेबल के तौर पर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को कॉल करने के लिए गिरफ्तार किया था.
गांधीनगर रेंज के महानिरीक्षक आरबी ब्रह्मभट ने बताया था कि पूछताछ के लिए गोपाल को तत्काल हिरासत में ले लिया गया. प्राथमिक जांच से पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्थिर और कुंठित है. पुलिस जब गोपाल को ले जा रही थी तब उसने मीडिया से कहा था कि सरकार तानाशाही पर उतारू है. मैं सरकारी कर्मचारी हूं और मैं बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, मद्यनिषेध जैसे मुद्दों से निबटने के सरकार के तौर-तरीके से नाराज हूं. मैं नाराज हूं और एक आम व्यक्ति की तरह मैंने सरकार के घमंड पर जूते फेंके हैं.